Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 05:17 PM
भारत में सोने के आधार पर ऋण के लेन-देन का कारोबार 2019-20 तक 3101 अरब रुपए तक पहुंच सकता है। यह अनुमान परामर्श कंपनी के.पी.एम.जी. की एक रिपोर्ट में पेश किया गया। यहां आज जारी रिपोर्ट के अनुसार स्वर्ण ऋण का कारोबार करने वाली कंपनियां अब कारोबार में...
नई दिल्ली: भारत में सोने के आधार पर ऋण के लेन-देन का कारोबार 2019-20 तक 3101 अरब रुपए तक पहुंच सकता है। यह अनुमान परामर्श कंपनी के.पी.एम.जी. की एक रिपोर्ट में पेश किया गया। यहां आज जारी रिपोर्ट के अनुसार स्वर्ण ऋण का कारोबार करने वाली कंपनियां अब कारोबार में वृद्धि के लिए लचीली योजनाएं पेश कर रही हैं। इनमें ब्याज दर पहले से कम है और इनमें कागजी कवायद तथा साख आकलन प्रकिया की परेशानी भी कम है।
रिपोर्ट के अनुसार ये कंपनियां छोटी अवधि के स्वर्ण ऋण में अधिक विविधता लाकर अपने कारोबार को सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव के जोखिम से अलग रखने के उपाय करती रहेंगी। 2016-17 में देश में स्वर्ण-ऋण का संगठित कारोबार 2,139 अरब डालर था जो 2019-20 तक 3,101 अरब रुपए तक पहुंच सकता है।