Edited By ,Updated: 18 Nov, 2016 02:03 PM
अगर किसी ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को रद्द करने के सरकारी फैसले से तुरंत पहले या बाद में गोल्ड खरीदा होगा तो टैक्स अधिकारी उससे पूछताछ कर सकते हैं
मुंबईः अगर किसी ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को रद्द करने के सरकारी फैसले से तुरंत पहले या बाद में गोल्ड खरीदा होगा तो टैक्स अधिकारी उससे पूछताछ कर सकते हैं, भले ही उसने चेक या क्रेडिट कार्ड का यूज किया हो। इंडियन बुलियन एंड जूलर्स असोसिएशन ने बताया कि एक्साइज अथॉरिटीज ने 600 जूलर्स को नोटिस भेजकर 7 नवंबर से 10 नवंबर तक हर रोज के स्टॉक्स और सेल्स की डीटेल्स मांगी हैं।
नोटिस पिछले शुक्रवार को जारी किए गए थे। उसके बाद से जूलरी और बुलियन डिमांड में ज्यादा कमी आई है। आईबीजेए के सेक्रटरी और चार्टर्ड अकाउंटेंट सुरेंद्र मेहता ने कहा है कि 11 नवंबर को 600 जूलर्स को भेजे गए नोटिस में पूछा गया है कि उन्होंने कितना सोना खरीदा और उसकी वैल्यू क्या थी? साथ ही, संबंधित तारीखों पर कस्टमर्स को बेचे गए गोल्ड की मात्रा और दाम की जानकारी भी मांगी गई है।
जिन मामलों में बिकने वाले गोल्ड की मात्रा और वैल्यू ज्यादा होगी, उनमें एक्साइज अथॉरिटीज जूलर्स से कस्टमर्स की डीटेल्स तलब कर सकते हैं, भले ही कस्टमर्स ने बुलियन या जूलरी कैश या ऑनलाइन पेमेंट के जरिए खरीदी हो। मेहता ने कहा, 'इस नोटिस ने मार्केट से डिमांड खत्म कर दी है। गोल्ड खरीदने के लिए जो लोग PAN डीटेल्स देने को राजी हैं, वह भी अब सोना खरीदने से हिचक रहे हैं।'
टैक्स अथॉरिटीज को शक है कि काफी लोगों ने नोटबंदी के बाद रद्द किए गए नोटों से गोल्ड खरीदा है। मार्केट रेट 31000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास था, लेकिन हो सकता है कि लोगों ने 50,000 रुपये तक का भाव चुकाया हो। टैक्स अथॉरिटीज का मानना है कि यह अनअकाउंटेड कैश हो सकता है। गुरुवार को एमसीएक्स पर गोल्ड (वैट के बिना) इंट्रा-डे में 8 नवंबर के मुकाबले लगभग 2 पर्सेंट गिरकर 29,357 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था। जीएफएमएस थॉमसन रॉयटर्स के सीनियर ऐनालिस्ट सुधीश नांबियथ ने कहा कि इस डर का हाथ तो है ही, डिमांड इस वजह से भी घटी है कि लोगों को कीमत और घटने और कैश की तंगी होने का डर भी सता रहा है।