Edited By ,Updated: 13 Apr, 2017 12:00 PM
यात्रियों की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए रेलवे अपने टिकट बुकिंग सिस्टम को आधुनिक करने जा रहा है।
नई दिल्लीः यात्रियों की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए रेलवे अपने टिकट बुकिंग सिस्टम को आधुनिक करने जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर में कई ऐसे फीचर होंगे, जो यात्रियों का सफर आसान बनाने में मदद करेंगे। इस बदलाव के बाद ट्रेन में पसंद की सीट को चुनने का तरीका बदल जाएगा। इस नए सॉफ्टवेयर का नाम नेक्स्ट जनरेशन है, जिसे सुंदर और आसान बनाने के लिए हर हफ्ते रेल -मंत्रालय अपनी मीटिंग कर रहा है।
सॉफ्टवेयर तैयार होने में लगेगा 1 साल
नेक्स्ट जनरेशन का ब्लूप्रिंट तैयार होने के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु के सामने इसको पेश किया जाएगा और उसके बाद ही उनकी मंजूरी मिलने पर इस को एक्टिवेट कर दिया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर को तैयार करने में एक साल का समय लग सकता है। इस सॉफ्टवेयर के आने के बाद रेलवे में भी एयरलाइंस की तरह ही यात्री को सिर्फ कन्फर्म सीट की जानकारी दी जाएगी, जबकि कोच और सीट नंबर की जानकारी उसे यात्रा से कुछ समय पहले ही दी जाएगी।
SMS से मिलेगी जानकारी
सीट चुनने में पैसेंजर सिर्फ अपनी पसंद की सीट की प्राथमिकता दे पाएगा। बाद में चार्ट तैयार होने के बाद यात्री को कोच और सीट नंबर की जानकारी एस.एम.एस. पर दी जाएगी। नए सॉफ्टवेयर पर काम शुरु हो चुका है। नया सॉफ्टवेयर आने के बाद नीचे की सीटों में बुजुर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी। रेलवे सबसे पहले लोअर बर्थ को बुक करता है। ऐसे में बाद में पता चलता है कि कुछ ट्रेनों में सभी कोच की लगभग आधी सीटें खाली रह गईं हैं। नया सॉफ्टवेयर आने के बाद रेलवे सभी पैसेंजर्स को कम से कम कोच में अडस्ट करके बाकी बचे कोच को ट्रेन से हटा सकता है।