Edited By ,Updated: 07 Apr, 2017 02:42 PM
दूरसंचार विभाग ने कहा कि 2017 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में इंडस्ट्री से लाइसेंस फीस में तिमाही आधार पर करीब 30 फीसदी की कमी आई है।
नई दिल्लीः दूरसंचार विभाग ने कहा कि 2017 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में इंडस्ट्री से लाइसेंस फीस में तिमाही आधार पर करीब 30 फीसदी की कमी आई है। इसमें कहा गया है कि प्रमोशनल प्लान की वजह से मौजूदा टैलीकॉम कंपनियों की आमदनी कम हुई है, जो अब वित्तीय संकट से निपटने के लिए राहत पैकेज की मांग कर रही हैं। हाल ही में दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा को दिए 12 पेज के प्रेजेंटेशन में विभआग ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही में प्रोविजनल लाइसेंस फीस कलैक्शन 2,300 करोड़ रुपए रह गया, जो अक्तूबर-दिसंबर 2016 क्वॉर्टर में 3,165 करोड़ रुपए था। पहले माना जा रहा था कि जनवरी-मार्च 2017 तिमाही में लाइसेंस फीस कलैक्शंस में 8-10 फीसदी की गिरावट आएगी।
स्पैक्ट्रम यूसेज चार्ज (एसयूसी) कलेक्शंस भी जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 1,416 करोड़ रुपए रह गया, जो अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 1,553 करोड़ रुपए था। हालांकि, डेटा कंजम्पशन में जुलाई-सितंबर 2016 क्वॉर्टर की तुलना में अक्तूबर-दिसंबर 2016 तिमाही में जबरदस्त बढ़ौतरी हुई थी। हालांकि, इसके जनवरी-मार्च 2017 तिमाही के डेटा उपलब्ध नहीं हैं।
दूरसंचार विभाग ने कहा, '2010-11 से 2015-16 के बीच लाइसेंस फीस कलैक्शन में 8 फीसदी की बढ़ौतरी हुई। हालांकि, स्पैक्ट्रम यूसेज चार्ज और सर्विस टैक्स कलैक्शंस में भी लाइसेंस फीस की तरह कमी आएगी।'