Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 11:54 AM
छोटे कारोबारियों को लोन देने के मामले में पब्लिक सेक्टर के बैंकों के मुकाबले प्राइवेट और नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ रही है। एमएसएमई सेगमेंट की लेंडिंग मार्केट में प्राइवेट बैंकों और एनबीएफसी का शेयर पिछले दो
नई दिल्लीः छोटे कारोबारियों को लोन देने के मामले में पब्लिक सेक्टर के बैंकों के मुकाबले प्राइवेट और नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ रही है। एमएसएमई सेगमेंट की लेंडिंग मार्केट में प्राइवेट बैंकों और एनबीएफसी का शेयर पिछले दो सालों में 6 फीसदी से अधिक बढ़ चुका है। साल 2015 में इनका मार्केट शेयर 34 फीसदी था, जो 2017 में बढ़कर 40 फीसदी हो चुका है। यह खुलासा स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) और ट्रांस यूनियन, सिबिल द्वारा तैयार की गई पहली रिपोर्ट एमएसएमई पल्स में हुआ है।
कैसे गिरा मार्केट शेयर
- एमएसएमई सेगमेंट के लैंडिंग मार्केट में दिसंबर 2015 तक पब्लिक सेक्टर बैंक की हिस्सेदारी 61.5 फीसदी थी, जो दिसंबर 2017 में गिरकर 55.4 फीसदी तक पहुंच गई।
- प्राइवेट बैंक की हिस्सेदारी दिसंबर 2015 तक 25.4 फीसदी थी, जो दिसंबर 2017 तक बढ़कर 28.5 फीसदी हो गई।
- एनबीएफसी (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) की हिस्सेदारी दिसंबर 2015 तक 7.9 फीसदी थी, जो दिसंबर 2017 में बढ़कर 10.4 फीसदी तक पहुंच गई।