Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Oct, 2017 12:21 PM
नरेंद्र मोदी सरकार की स्वच्छ भारत, माल एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा नोटबंदी जैसी पहलों
वाशिंगटनः नरेंद्र मोदी सरकार की स्वच्छ भारत, माल एवं सेवा कर (जीएसटी) तथा नोटबंदी जैसी पहलों का वांछित प्रभाव पड़ा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बर्कले इंडिया कान्फ्रेंस को कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए यह बात कही। जेटली ने कहा कि जी.एस.टी. और नोटबंदी जैसे कदमों ने अर्थव्यवस्था में कर अनुपालन बढ़ाने और नकदी को कम करने में भूमिका निभाई है। वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य स्तर पर सरकार द्वारा किए गए सुधारों को जनता का समर्थन मिला है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि भारत एक बार फिर अपनी वृद्धि दर हासिल कर लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि न केवल हमें बड़ी आबादी की जरूरतों को पूरा करना है, बल्कि एक बड़ी युवा आबादी की जरूरतों को भी पूरा करना है।’’ केंद्रीय वित्त मंत्री जेटली कल एक सप्ताह की अमेरिका यात्रा पर पहुंचेंगे। वह न्यूयॉर्क और बोस्टन में अमरीकी कॉरपोरेट जगत के दिग्गजों के साथ परिचर्चा करेंगे और वाशिंगटन डीसी में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की सालाना बैठक में हिस्सा लेंगे। जेटली ने कहा कि युवा आबादी के साथ यह अवधारणा भी बन रही है कि उनकी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा पा रहा।
इसके साथ ही यह बात भी है कि वे अब अधिक से धिक आकांक्षी हो रहे हैं। ‘‘इसलिए हमारे पास इसके लिए अधिक समय नहीं है।’’ वित्त मंत्री ने कहा कि यदि अगले एक-दो दशक में भारत को उच्च आॢथक समूह वाले देशों में शामिल होने की चुनौती पूरी करनी है, तो हमें अधिक तेज रफ्तार से बढऩा होगा। जेटली ने सवाल के जवाब में इस धारणा को खारिज कर दिया कि स्वच्छ भारत, जीएसटी और नोटबंदी जैसी बदलाव वाली पहलों के जमीनी स्तर पर नतीजे नहीं मिले हैं।