Edited By ,Updated: 18 Feb, 2017 05:43 PM
जीएसटी काऊंसिल की आज हुई बैटक में कंपनसेशन बिल पर सहति बन गई है। जिसके तहत राज्यों के नुकासन की भारपाई केंद्र करेगा। इसके साथ ही सीजीएसटी
नई दिल्ली: जीएसटी काऊंसिल की आज हुई बैटक में कंपनसेशन बिल पर सहति बन गई है। जिसके तहत राज्यों के नुकासन की भारपाई केंद्र करेगा। इसके साथ ही सीजीएसटी, एसजीएसटी और आईजीएसटी को भी मंजूरी मिल गई है। अब संसद के अगले सत्र में कम्पेंसेशन बिल पेश किया जाएगा। जीएसटी काऊंसिल की अगली बैठक 4-5 मार्च को होगी।
उदयपुर में हुई मीटिंग
शनिवार को जीएसटी लॉ के ड्राफ्ट मॉडल को अंतिम रूप देने के लिए जीएसटी काऊंसिल की मीटिंग हुई। काऊंसिल की 10वीं मीटिंग में जीएसटी मॉडल को फाइनल करने के साथ ही एंटी-प्रॉफिटियरिंग (मुनाफाखोरी) क्लॉज को भी अंतिम रूप देने की योजना थी। इससे कम टैक्स का फायदा आम कंज्यूमर्स को भी मिलेगा।
जीएसटी ट्रिब्यूनल पर भी चर्चा
सूत्रों के मुताबिक फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली जीएसटी काउंसिल मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। सभी राज्यों और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि जीएसटी लॉ में ‘एग्रीकल्चर’ और ‘एग्रीकल्चरिस्ट’ के परिभाषा तय करने के साथ ही नेशनल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स एपेलेट ट्रिब्यूनल का संविधान तैयार करने पर भी मेंबर्स ने अपनी राय दी। यह ट्रिब्यूनल इस लॉ के तहत उठने वाले विवादों को निपटारा करेगा।
लॉ मिनिस्ट्री ने भेज दिया लॉ का ड्राफ्ट
लॉ मिनिस्ट्री ने मॉडल जीएसटी लॉ का ड्राफ्ट भेज दिया है। इसमें बताया गया है कि नया नैशनल टैक्स मॉडल कैसा होगा। शुक्रवार को काऊंसिल की उप-कमिटी ने लॉ मिनिस्ट्री की तरफ से मंजूर ड्राफ्ट और भाषा को लेकर चर्चा की। कल उदयपुर में होने वाली जीएसटी काऊंसिल की 10वीं मीटिंग इस ड्राफ्ट को रखा जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सरकार मॉडल जीएसटी लॉ को मौजूदा बजट सेशन के दूसरे सत्र में ही संसद में ला देना चाहती है। बजट सेशन का दूसरा सत्र अगले महीने से शुरू हो रहा है।