Edited By ,Updated: 13 Jul, 2016 02:59 PM
बुनियादी ढांचा से जुड़ी हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कम्पनी (एच.सी.सी.) ने आज कहा कि उसके ऋणदाताओं ने आर.बी.आई. की हालिया एस4ए योजना के तहत अपने ऋण के पुनर्गठन पर सहमति जताई है।
नई दिल्ली: बुनियादी ढांचा से जुड़ी हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कम्पनी (एच.सी.सी.) ने आज कहा कि उसके ऋणदाताओं ने आर.बी.आई. की हालिया एस4ए योजना के तहत अपने ऋण के पुनर्गठन पर सहमति जताई है।
कम्पनी ने बी.एस.ई. को बताया, ‘‘एच.सी.सी. के संयुक्त ऋणदाता मंच की 12 जुलाई 2016 को हुई बैठक में आर.बी.आई. के हालिया दिशानिर्देश, ‘दबाव वाली परिसंपत्तियों के सतत पुनर्गठन की योजना (एस4ए)’ के तहत ऋण पुनर्गठन पर प्रस्ताव पारित हुआ।’’ पिछले वित्त वर्ष की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक एच.सी.सी. पर 12,000 करोड़ रुपए का ऋण है।
कम्पनी ने कहा कि उसे अपनी परिसंपतित मौद्रीकरण योजना के लिए खरीदार ढूंढने में मुश्किल हो रही है। एच.सी.सी. का मुनाफा 2015-16 के दौरान 84.97 करोड़ रुपए था जबकि उसकी आय 4,191 करोड़ रुपए रही।