Edited By ,Updated: 25 Nov, 2015 04:18 PM
आईआईटी दिल्ली ने हैल्थकेयर पर इनोवेशन प्रोग्राम लांच किया है। यह हर किसी के लिए खुला है। इसमें इनोवेटर्स को उनके स्टार्टअप आइडिया
नई दिल्लीः आईआईटी दिल्ली ने हैल्थकेयर पर इनोवेशन प्रोग्राम लांच किया है। यह हर किसी के लिए खुला है। इसमें इनोवेटर्स को उनके स्टार्टअप आइडिया के लिए आईआईटी दिल्ली में रेजिडेंशल इन्क्यूबेशन और दूसरी स्कीम के तहत 50-50 लाख रुपए का फंड दिया जाएगा।
इस प्रोग्राम के दो पार्ट हैं। पहला हैल्थकेयर में आइडिया के लिए रेजिडेंट इन्क्यूबेशन। इसके तहत आईआईटी दिल्ली में दो साल तक हर फसिलटी पाकर काम किया जा सकता है। हर इनोवेटर को उसके स्टार्टअप के लिए 50 लाख तक का फंड दिया जाएगा। दूसरा अगर आप अपना कोई इनोवेशन पेटेंट करना चाहते हैं, तो यह प्रोग्राम उसका जिम्मा लेगा। आईआईटी का फाऊंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टैक्नॉलजी (एफआईटीटी) और फाइजर ने इस प्रोग्राम को शुरू किया है।
एफआईटीटी के मैनेजिंग डायरैक्टर डा. अनिल वाली ने बताया कि एफआईटीटी आईआईटी में 1992 में शुरू हुआ था और तब से स्टार्टअप आइडिया को लेकर यह मिशन मोड पर काम कर रहा है। 1994 में यह अपनी आईपी पॉलिसी लाया, जिसे 2013 में रिवाइज किया गया। यह पहली बार हो रहा है कि हमने हैल्थकेयर पर काम कर रही फार्मासूटिकल कंपनी के साथ काम करने की सोची है। इस प्रोग्राम की मदद से यंगस्टर्स के नए-नए आइडिया इनोवेशन में बदलेंगे।
इस प्रोग्राम में 2015-16 के दौरान दो राऊंड में प्रपोजल को इनविटेशन दिया जाएगा। पहला राऊंड 27 नवंबर से 15 जनवरी तक चलेगा, जिसमें कोई भी शख्स एफआईटीटी में अप्लाई कर सकता है। वहीं दूसरा राऊंड अप्रैल 2016 में शुरू होगा। डा.अनिल वाली ने बताया कि डाइग्नोसिस, बायोमेडिकल इन्फर्मेशन, मैडीकल डिवाइस, मोबाइल हैल्थ, थेरपी सिस्टम, बायोटेक किसी भी तरह के इनोवेशन के लिए एंट्री खुली हैं। एक्सपर्ट्स की टीम सिलैक्शन करेगी, इसके लिए आईआईटी के अलावा जरूरत पड़ने पर बाहर से भी एक्सपर्ट बुलाए जाएंगे। इनोवेटर्स को आईआईटी में लैब सर्विस और जरूरत पड़ने पर आईआईटी के बाहर भी इन्फ्रास्टक्चर से जुड़ी सुविधाएं दी जाएंगी। आईआईटी दिल्ली फैकल्टी इन्हें गाइडेंस भी देगी।