Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jun, 2017 02:02 PM
इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (एम.एफ.) में कैश लेवल उच्च स्तर पर रहना जारी है, जबकि स्टॉक अपने रिकॉर्ड हाई के निकट हो गए हैं। अप्रैल में 36,000 करोड़ रुपए के नकद
नई दिल्ली: इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (एम.एफ.) में कैश लेवल उच्च स्तर पर रहना जारी है, जबकि स्टॉक अपने रिकॉर्ड हाई के निकट हो गए हैं। अप्रैल में 36,000 करोड़ रुपए के नकद घटक के मुकाबले मई में शुद्ध नकद प्रवाह के स्तर में मामूली वृद्धि देखी गई। हालांकि, प्रतिशत के मामले में नकदी के स्तर (कुल इक्विटी परिसंपत्तियों के प्रतिशत के रूप में) 8 आधार अंक (बी.पी.) गिर गए हैं। विशेषकर, अप्रैल और मई में इक्विटी योजनाओं में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ है। तरलता के साथ निवेश बाहर निकालने में फंड मैनेजरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि शेयर की कीमतें लगातार ऊंची होती जा रही हैं।
इसके परिणामस्वरूप अधिकांश फंड हाऊसों में नकदी में प्रवाह का ऊंचा स्तर कायम रखा हुआ है। हालांकि कुछ फंड हाऊस ने मई में शेयरों में और अधिक नकद निवेश किया था, लेकिन पर्याप्त रूप से नकदी को कम करने के लिए यह पर्याप्त नहीं था। उदाहरण के लिए एच.डी.एफ.सी. म्युचुअल फंड में अप्रैल के मुकाबले मई में नकदी का स्तर 40 बी.पी. तक घटा था। इसी तरह, रिलायंस निप्पॉन एम.एफ . में नकदी की मात्रा 50 बी.पी. तक कम हुई है, जबकि एस.बी.आई. म्यूचुअल फंड में 100 बी.पी. तक नकद संरचना में कटौती हुई है।
आई.सी.आई.सी.आई. प्रूडैंशियल एम.एफ . और बिड़ला सन लाइफ एम.एफ . में क्रमश: 50 बी.पी.. और 70 बी.पी. तक नकदी का प्रवाह बढ़ा है। नकद पक्षों में कटौती करने वाले फंड हाऊस में एक्सिस म्यूचुअल फंड, डी.एस.पी. ब्लैक रॉक एम.एफ . और कोटक म्यूचुअल फंड शामिल हैं। यू.टी.आई. म्यूचुअल फंड बड़ी कम्पनियों में एकमात्र फंड हाऊस है, जो अपने सबसे कम कैश लेवल 2.6 प्रतिशत पर है। फंड मैनेजर्स मिडकैप और स्मॉलकैप स्पेस में आने के लिए झिझक रहे हैं।