Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 02:21 PM
देश में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों की खपत में भी लगातार वृद्धि हो रही है। खपत के ताजा आंकड़े इस तरफ इशारा कर रहे है। अकेले जनवरी में पेट्रोल की खपत 15 फीसद और डीजल की 14.5 फीसद बढ़ गई। बढ़ती कीमतों को लेकर तेल कंपनियों की राय अलग है।
नई दिल्लीः देश में इन दोनों पेट्रोलियम उत्पादों की खपत में भी लगातार वृद्धि हो रही है। खपत के ताजा आंकड़े इस तरफ इशारा कर रहे है। अकेले जनवरी में पेट्रोल की खपत 15 फीसद और डीजल की 14.5 फीसद बढ़ गई। बढ़ती कीमतों को लेकर तेल कंपनियों की राय अलग है। उनका मानना है कि केवल कच्चे तेल के दाम घटने से इसकी खुदरा कीमतों में कमी नहीं आएगी। कच्चे तेल के अलावा कई दूसरे तथ्य भी हैं जिनके आधार पर पेट्रोल व डीजल की कीमत तय होती है। इन दोनों उत्पादों की कीमत अब रोजाना तय की जाती है।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एम. के. सुराना के मुताबिक सभी तेल मार्केटिंग कंपनियों के पेट्रोल की बिक्री के आंकड़े देखें तो इस साल जनवरी में 15.6 फीसद बढ़ी पिछले साल जनवरी में बिक्री बढ़ने के बजाय 0.6 फीसद घटी थी। हालांकि यह भी अहम तथ्य है कि जनवरी 2017 में नोटबंदी के चलते बिक्री प्रभावित हुई थी। अप्रैल से जनवरी के बीच की बात करें तो भी खपत में वृद्धि बरकरार रही। इस अवधि में पेट्रोल की खपत नौ फीसद बढ़ी जबकि 2016-17 की समान अवधि में बिक्री दस फीसद बढ़ी थी।
इस साल जनवरी में डीजल की खपत 14.5 फीसद बढ़ी जबकि बीते साल जनवरी में खपत 7.8 फीसद घटी थी। अप्रैल-जनवरी में इसकी खपत 6.5 फीसद बढ़ी थी। पिछले साल समान अवधि में यह वृद्धि दर 2.6 फीसद था। जबकि इस साल 10 महीनों में डीजल के दाम 15 फीसद से ज्यादा बढ़े।