Edited By ,Updated: 27 Feb, 2017 06:06 PM
पब्लिक सेक्टर की कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओ.एन.जी.सी.) भारत की तीसरी बड़ी फ्यूल रिटेल एच.पी.सी.एल. को खरीद सकती है। सरकार देश की एक इंटिग्रेटेड ऑयल कंपनी तैयार करने के लिए इस दिशा में कदम बढ़ा रही है।
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (आे.एन.जी.सी.) देश की तीसरी सबसे बड़ी पैट्रोलियम कंपनी एच.पी.सी.एल. का 44,000 करोड़ रुपए (6.6 अरब डॉलर) में अधिग्रहण कर सकती है। देश में एक बड़ी एकीकृत तेल कंपनी बनाने की योजना के तहत यह अधिग्रहण हो सकता है।
वित्त मंत्री अरुण जेतली ने एक फरवरी को पेश बजट में देश में एक बड़ी एकीकृत तेल कंपनी बनाने की घोषणा की है। एेसे में देश की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी आे.एन.जी.सी., पैट्रोलियम रिफाइनरी एवं खुदरा विक्रेता कंपनी एच.पी.सी.एल. में सरकार की पूरी 51.11 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद सकती है।
एक उच्चस्तरीय सूत्र ने कहा, ‘‘सरकार एक बड़ी एकीकृत तेल कंपनी बनाने पर विचार कर रही है और यह काम एक तेल उत्पादक कंपनी के साथ रिफाइनरी कंपनी का विलय करके किया जा सकता है।’’ देश में पैट्रोलियम क्षेत्र में छह प्रमुख कंपनियां काम कर रही हैं। तेल खोज एवं उत्पादन क्षेत्र में आे.एन.जी.सी., ऑयल इंडिया लिमिटेड हैं जबकि रिफाइनरी और पैट्रोलियम पदार्थों की बिक्री के कारोबार में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन, एच.पी.सी.एल. और बी.पी.सी.एल. 3 कंपनियां हैं। इसके अलावा प्राकृतिक गैस का देशभर में परिवहन करने का काम प्रमुख रूप से गेल इंडिया लिमिटेड के जिम्मे है।