Edited By ,Updated: 11 Mar, 2017 01:55 PM
पूंजीगत सामान बनाने वाले उद्योगों के बेहतर प्रदर्शन के चलते जनवरी महीने में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 2.7 प्रतिशत बढ़ौतरी दर्ज की गई। इस दौरान उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में 1 प्रतिशत का संकुचन हुआ।
नई दिल्लीः पूंजीगत सामान बनाने वाले उद्योगों के बेहतर प्रदर्शन के चलते जनवरी महीने में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 2.7 प्रतिशत बढ़ौतरी दर्ज की गई। इस दौरान उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन में 1 प्रतिशत का संकुचन हुआ। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर आंके जाने वाला कारखाना उत्पादन उद्योग पर नोटबंदी के असर के चलते दिसबंर 2016 में 0.1 प्रतिशत घटा था। इससे पहले नवंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन 5.53 प्रतिशत बढा था।
जनवरी 2016 में आईआईपी 1.6 प्रतिशत संकुचित हुआ था। संचयी आधार पर अप्रैल जनवरी 2016-17 में आईआईपी में 0.6 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली। एक साल पहले की समान अवधि में यह 2.7 प्रतिशत बढा था। जनवरी 2017 में पूंजीगत सामान खंड की वृद्धि दर 10.7 प्रतिशत रही जबकि पिछले साल जनवरी में इसमें 21.6 प्रतिशत की कमी आई थी। वहीं मूल धातु श्रेणी की वृद्धि दर जनवरी में 5.3 प्रतिशत रही जो 2016 में 1.9 प्रतिशत थी।
पुनर्मुद्रीकरण प्रक्रिया के जोर पकडऩे के बावजूद जनवरी महीने में उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन एक प्रतिशत घटा जबकि पिछले साल जनवरी में इस वर्ग में उत्पादन 0.1 प्रतिशत संकुचित हुआ था। खनन, विनिर्माण व बिजली क्षेत्र के औद्योगिक उत्पादन के सूचकांक जनवरी 2017 में क्रमश: 5.3 प्रतिशत, 2.3 प्रतिशत व 3.9 प्रतिशत बढ़े। सालाना आधार की बात की जाए तो विनिर्माण क्षेत्र के 22 उद्योग समूहों में से नौ ने जनवरी 2017 में सकारात्मक वृद्धि दिखाई।