Edited By ,Updated: 12 Apr, 2017 06:08 PM
ग्रोथ में सुधार की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। आई.आई.पी. ग्रोथ की रफ्तार उम्मीद से भी खराब रही है। फरवरी में आई.आई.पी. ग्रोथ 1.8 फीसदी रहने का अनुमान है।
नई दिल्लीः ग्रोथ में सुधार की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। आई.आई.पी. ग्रोथ की रफ्तार उम्मीद से भी खराब रही है। फरवरी में आई.आई.पी. ग्रोथ घटकर -1.2 फीसदी रही है। वहीं, जनवरी में आई.आई.पी. ग्रोथ 2.7 फीसदी रही थी। सालाना आधार पर अप्रैल-फरवरी के दौरान आई.आई.पी. ग्रोथ 2.6 फीसदी से घटकर 0.4 फीसदी रही है।
महीने दर महीने आधार पर फरवरी में माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ 5.3 फीसदी से घटकर 3.3 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर फरवरी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 2.3 फीसदी से घटकर -2 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर फरवरी में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ 3.9 फीसदी से घटकर 0.3 फीसदी रही है।
महीने दर महीने आधार पर फरवरी में बेसिक गुड्स की ग्रोथ 5.3 फीसदी से घटकर 2.4 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर फरवरी में कैपिटल गुड्स की ग्रोथ 10.7 फीसदी से घटकर -3.4 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर फरवरी में इंटरमीडिएट गुड्स की ग्रोथ -2.3 फीसदी से बढ़कर -0.2 फीसदी रही है।
महीने दर महीने आधार पर फरवरी में कंज्यूमर गुड्स की ग्रोथ -1 फीसदी से घटकर -5.6 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर फरवरी में कंज्यूमर ड्युरेबल्स की ग्रोथ 2.9 फीसदी से घटकर -0.9 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर फरवरी में कंज्यूमर नॉन-ड्युरेबल्स की ग्रोथ -3.2 फीसदी से घटकर -8.6 फीसदी रही है।
रिटेल महंगाई दर बढ़ी
रिटेल महंगाई दर में एक बार फिर बढ़ौतरी देखने को मिली है। मार्च में रिटेल महंगाई दर यानि सी.पी.आई. बढ़कर 3.81 फीसदी रही है। फरवरी में रिटेल महंगाई दर 3.65 फीसदी रही थी।