Edited By ,Updated: 18 Apr, 2017 12:59 PM
10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी के बावजूद अरहर की कीमतों को कोई सपोर्ट नहीं है या यूं कहें कि सरकार की कोशिशों के बावजूद अरहर के किसानों को वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है।
नई दिल्लीः 10 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी के बावजूद अरहर की कीमतों को कोई सपोर्ट नहीं है या यूं कहें कि सरकार की कोशिशों के बावजूद अरहर के किसानों को वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है। इस बीच सरकार ने दाल खरीद की मियाद एक हफ्ते के लिए बढ़ा दी है। इसके बावजूद महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और यूपी की मंडियों में अरहर का दाम एमएसपी के नीचे लगातार बना हुआ है।
महाराष्ट्र में अरहर पूरे देश भर में सबसे सस्ती बिक रही है। राज्य की कुछ मंडियों में ये एमएसपी से करीब 1000 रुपये नीचे है। इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने किसानों से एमएसपी के नीचे अरहर खरीदने वाले कारोबारियों को चेतावनी दी है। राज्य सरकार ने कहा है कि सस्ते दाम पर अरहर खरीदने वाले कारोबारियों का लाइसेंस रद्द किया जा सकता। कुछ ऐसा ही संकेत छत्तीसगढ़ सरकार ने भी दिया है। लिहाजा कई कारोबारी अरहर खरीद से पीछे हट गए हैं।