Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Aug, 2017 03:49 PM
वैश्विक वित्तीय संस्थान ड्यूश बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार निजी निवेश चक्रम मजबूत होने से भारत...
नई दिल्लीः वैश्विक वित्तीय संस्थान ड्यूश बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार निजी निवेश चक्रम मजबूत होने से भारत की आर्थिक वृद्धि दर मजबूत होगी और 2017-2018 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद जी.डी.पी. वृद्धि दर लगभग 7.4 प्रतिशत रहेगी। इसके साथ ही रिपोर्ट में इस तर्क को भी गलत बताया गया है कि अगले कुछ साल में 7.5-8 प्रतिशत की वास्तविक जी.डी.पी. वृद्धि दर उस स्तर से कम होगी जो 2006-2008 के दौरान हासिल की गई थी।
इसमें कहा गया है कि 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था निम्न वृद्धि-निम्न मुद्रास्फीति के नए हालात के लिए समायोजित हुई है इसलिए भारत की वृद्धि दर उपलब्धियों पर इसी ढांचागत बदलाव के अनुसार विचार किया जाना चाहिए। इसके अनुसार, ‘मौजूदा नए हालात में अगर कोई अर्थव्यवस्था वास्तविक लिहाज से 7.5-8.0 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करती है तो इसे वैश्विक वित्तीय संकट से पहले की अवधि की 9-10 प्रतिशत वृद्धि की तुलना वाला माना जाना चाहिए।’ इसके अनुसार निजी निवेश चक्र धीरे धीरे मजबूत हो रहा है इसलिए देश की वृद्धि गति मजबूत होगी।