Edited By ,Updated: 05 Nov, 2016 07:07 PM
निवेश और व्यापार के क्षेत्र में भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ते संबंध और द्विपक्षीय व्यापार समझौते के दम पर दोनों देश का आपसी व्यापार 2020 तक बढ़कर 20 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है।
नई दिल्लीः निवेश और व्यापार के क्षेत्र में भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ते संबंध और द्विपक्षीय व्यापार समझौते के दम पर दोनों देश का आपसी व्यापार 2020 तक बढ़कर 20 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है। ब्रिटेन ने पिछले 16 साल में भारत में करीब 22 अरब डॉलर का विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ.डी.आई.) किया है, जिसके दम पर वह देश का तीसरा सबसे बड़ा निवेशक बन गया है। दोनों देशों के बीच फिलहाल 14.30 अरब डॉलर का व्यापार होता है लेकिन जिस तेजी से व्यापार संबंध बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि भविष्य में इसकी गति और बढ़ेगी।
पीचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष महेश गुप्ता ने आज जारी प्रेस विज्ञप्ति में भारत और ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आपसी समझ तथा सहयोग के कारण दोनों देशों में व्यापार और निवेश की संभावनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन को भारत सबसे अधिक 20.33 प्रतिशत नीटेड और नॉन नीटेड कपड़े, मैकेनिकल उपकरण एवं मशीनरी (7.64 प्रतिशत), मोती तथा कीमती पत्थर (5.88 प्रतिशत), वाहन तथा कल-पुर्जे (5.53 प्रतिशत), फूटवियर (5.44 प्रतिशत), दवाएं (5.15 प्रतिशत), इलैक्ट्रिक उपकरण (4.49 प्रतिशत) तथा लौह और स्टील (3.45 प्रतिशत) निर्यात करता है।