Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 04:06 PM
भारत के सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग में अगले साल उछाल दिख सकता है क्योंकि अमरीका समेत कई अन्य देशों में तकनीक में निवेश की प्रक्रिया काफी बेहतर स्तर पर शुरु हुई है। सूचना प्रौद्योगिकी सेवाप्रदाताओं के संगठन नासकॉम के अध्यक्ष आर. चंद्रशेखर ने कहा कि...
नई दिल्लीः भारत के सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग में अगले साल उछाल दिख सकता है क्योंकि अमरीका समेत कई अन्य देशों में तकनीक में निवेश की प्रक्रिया काफी बेहतर स्तर पर शुरु हुई है। सूचना प्रौद्योगिकी सेवाप्रदाताओं के संगठन नासकॉम के अध्यक्ष आर. चंद्रशेखर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आईटी उद्योग का निर्यात सात से आठ प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ रहा है और इसमें और कोई सुधार नहीं किया जाना है क्योंकि किसी भी तरह के नए कारण का उभार नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि 2017-18 में निर्यात वृद्धि का अनुमान लगाते वक्त सभी बदलावों को शामिल किया गया। इनमें तकनीक में बदलाव, वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैश्विक राजनीति समेत राजनीतिक संरक्षण भी शामिल है। चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हम उसी रास्ते पर (भारतीय आईटी उद्योग की निर्यात वृद्धि दर सात से आठ प्रतिशत रहने) पर आगे बढ़ रहे हैं। हम इसमें बदलाव की कोई जरुरत नहीं देखते। हमारा मानना है कि यही एक दायरा होगा जहां हम कहीं रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों में बदलाव का कोई कारण उन्हें नजर नहीं आता। महत्वपूर्ण यह है कि ऐसा कोई भी नया कारक नहीं उभरा है जो इस पर पुर्निवचार करने के लिए मजबूर करे। जो भी कारक हैं वह सभी ज्ञात हैं और अनुमान लगाते वक्त इनका ध्यान रखा गया है।