Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jun, 2017 04:36 PM
बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने आज एयर इंडिया...
नई दिल्लीः बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने आज एयर इंडिया की हिस्सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई। सरकार ने बुधवार को ही सरकारी विमान सेवा कंपनी में विनिवेश की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।
बोली प्रक्रिया का हिस्सा बनना होगा
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि इंडिगो ने आज एयर इंडिया में रुचि दिखाई है। टाटा समूह से किसी औपचारिक प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि औपचारिक रूप से अभी सिर्फ एक प्रस्ताव इंडिगो की ओर से आया है। अनौपचारिक तौर पर कई कंपनियों ने संपर्क किया है। नागरिक उड्डयन सचिव राजीव नयन चौबे ने इस संबंध में बताया कि इंडिगो ने सिर्फ इतना कहा है कि एयर इंडिया में विनिवेश की सैद्धांतिक मंजूरी के बारे में उन्हें पता चला है और वह इसमें रुचि रखती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी कंपनी को हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली प्रक्रिया का हिस्सा बनना होगा।
विनिवेश के लिए किया जाएगा कमिटी का गठन
सरकार पिछले कुछ महीनों में खुलकर कह चुकी है कि वह कुल 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घाटे और लगभग 55 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में डूबी सरकारी एयरलाइंस के निजीकरण के पक्ष में है। विनिवेश की मंजूरी से अब इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का रास्ता खुल गया है। कितना और किस प्रकार का विनिवेश करना है, यह तय करने के लिए वित्त मंत्री की अध्यक्षता में एक मंत्रीमंडलीय समूह का गठन किया जाएगा जिसमें नागरिक उड्डयन मंत्री भी होंगे। इस समूह की सिफारिशों के आधार पर विनिवेश को अंजाम दिया जाएगा।