Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 04:51 PM
आई.टी. सैक्टर में हो रही छंटनी को लेकर इन्फोसिस के फाउंडर चेयरमैन एन.आर. नारायणमूर्ति ने दुख जताया है।
नई दिल्लीः आई.टी. सैक्टर में हो रही छंटनी को लेकर इन्फोसिस के फाउंडर चेयरमैन एन.आर. नारायणमूर्ति ने दुख जताया है। हाल ही में कई आई.टी कंपनियों ने कॉस्ट कम करने के लिए छंटनी की बात कही है। इसी को लेकर ईमेल से पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने लिखा, ‘यह दुखद है।’ उन्होंने हालांकि इस मुद्दे पर बहुत विस्तार से बात नहीं कही। इन्फोसिस ने हाल ही में यह घोषणा की थी कि वह मिडिल और सीनियर लेवल पर कुछ कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
बिजनेस की चुनौतियों को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है। पिछले कुछ समय में विप्रो, कॉग्निजेंट, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस में छंटनी की खबरें आई हैं। इससे पहले आई.बी.एम. में भी छंटनी की खबरें थीं, मगर कंपनी ने इससे साफ इनकार कर दिया था।
इन्फोसिस ने टाली है सैलरी में बढ़ोत्तरी
इंफोसिस ने सैलरी में सालाना बढ़ोत्तरी को फिलहाल जुलाई तक के लिए टाल दिया है। यही नहीं सैलरी हाइक भी पिछले साल के मुकाबले आधी रह सकती है। कंपनी के कर्मचारियों में छंटनी का डर है। इन्फोसिस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर यू बी प्रवीण राव ने कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में कहा कि जॉब लेवल 5 और इससे नीचे की रैंक के कर्मचारियों के लिए रिव्यू जुलाई से लागू होगा। इस लेवल के कर्मचारी आमतौर पर आठ साल से कम अनुभव वाले होते हैं।
कॉग्निजेंट ने शुरू किया वॉलेन्टियरी सेपरेशन प्रोग्राम
कॉग्निजेंट ने ‘वॉलेन्टियरी सेपरेशन प्रोग्राम’ के तहत डायरेक्टर्स, एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट को कंपनी से अलग होने के लिए कहा है। इसके लिए कंपनी उन्हें 6 से 9 महीने की सैलरी भी पे करेगी। इस प्रोग्राम का लक्ष्य इन पोस्ट पर नई जनरेशन को काबिज करना है।
विप्रो भी कर रही छंटनी की तैयारी
विप्रो भी अपने करीब 600 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी कर रही है। ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि कंपनी 2000 से ज्यादा लोगों की छंटनी कर सकती है। देश में सबसे ज्यादा आई.टी. कंपनियां ही नौकरी देती हैं। हालांकि उन्होंने चेतावनी दी है कि कंपनियों में ज्यादातर प्रक्रियाएं अब ऑटोमैटिक होती जा रही हैं। ऐसे में आने वाले सालों में हायरिंग में काफी कमी आएगी।