Edited By ,Updated: 14 May, 2017 01:32 PM
चना प्रौद्योगिकी (आई.टी) उद्योग में डिजिटलीकरण और आटोमेशन एक नई सामान्य सी बात हो गई है ,इसके चलते इन्फोसिस, कॉग्निजेंट और टेक महिंद्रा
नई दिल्लीः सूचना प्रौद्योगिकी (आई.टी) उद्योग में डिजिटलीकरण और आटोमेशन एक नई सामान्य सी बात हो गई है ,इसके चलते इन्फोसिस, कॉग्निजेंट और टेक महिंद्रा जैसी कंपनियों में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। विशेषज्ञों की मानें तो आई.टी. कंपनियों में कर्मचारियों को बाहर करने का यह सिलसिला अभी 1-2 साल और जारी रहेगा। प्रदर्शन के आकलन की प्रक्रिया के तहत हजारों की संख्या में कर्मचारियों को ‘पिंक स्लिप’ थमाई जा रही है यानी उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि यह लागत नियंत्रण के प्रयास का हिस्सा है, क्योंकि लक्षित बाजारों में संरक्षणवादी कदमों से कंपनियों के मुनाफे पर दबाव पड़ रहा है।
अमरीका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में कड़ी कार्य परमिट व्यवस्था की वजह से भारतीय साफ्टवेयर निर्यातक विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (ए.आई) में नई प्रौद्योगिकी, रोबोटिक प्रक्रिया आटोमेशन और क्लाउड कंप्यूटिंग की वजह से कंपनियों अब कोई कार्यक्रम श्रमबल से कर सकती हैंं इसकी वजह से साफ्टवेयर कंपनियों को अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करना पड़ रहा है।