Edited By ,Updated: 13 Aug, 2016 11:09 AM
आयकर विभाग ने एक करोड़ रुपए से अधिक कारोबार करने वाले आभूषण विक्रेताओं से उनके 2 लाख रुपए से अधिक नकद लेन देन करने वाले ग्राहकों के बारे में ब्यौरा मांगा है।
कोलकाता: आयकर विभाग ने एक करोड़ रुपए से अधिक कारोबार करने वाले आभूषण विक्रेताओं से उनके 2 लाख रुपए से अधिक नकद लेन देन करने वाले ग्राहकों के बारे में ब्यौरा मांगा है। उनसे कहा गया है कि एक बार में अथवा वर्ष में कुछ अंतराल के बाद वह यह जानकारी दे सकते हैं।
स्वर्ण शिल्प बचाआे समिति के सदस्यों के साथ बैठक में आयकर विभाग के खुफिया और आपराधिक जांच अधिकारियों ने आभूषण विक्रेताओं से इस बारे में जानकारी देने को कहा है। उनसे कहा गया है कि वह नकद में अधिक राशि का लेन देन करने वाले अपने ग्राहकों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं।
आयकर खुफिया और आपराधिक जांच के निदेशक एस.एस. राणा ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि इस तरह का ब्यौरा मांगने के पीछे यह सोच है कि नकद में अधिक लेन देन करने वाले ग्राहकों की आयकर घोषणा भी क्या उनकी खर्च की आदतों के अनुरूप होती है। राणा ने कहा, ‘‘कई बार यह देखा गया है कि कोई व्यक्ति अपनी कुछ लाख की आयकर रिटर्न दाखिल करता है लेकिन विदेश यात्राओं पर लाखों रुपए खर्च करता है और ऊंचे खर्च आदि भी करता है।’’ उन्होंने कहा कि विभाग इसी प्रकार के खर्च का ब्यौरा पता करके कालेधन का पता लगाना चाहता है।