Edited By ,Updated: 18 Mar, 2017 04:48 PM
नोटबंदी के दौरान लोगों के कालेधन को गैरकानूनी तरीके से व्हाइट करने के आरोप में आयकर विभाग ने देश भर के पैट्रोल पंपों और LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां छापेमारी शुरू कर दी है।
नई दिल्लीः नोटबंदी के दौरान लोगों के कालेधन को गैरकानूनी तरीके से व्हाइट करने के आरोप में आयकर विभाग ने देश भर के पैट्रोल पंपों और LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां छापेमारी शुरू कर दी है। आपको बता दें कि नोटबंदी के दौरान पैट्रोल पंपों LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां बंद नोट चलाने की इजाजत थी। आयकर विभाग को शक है कि पैट्रोल पंप मालिकों ने सरकार से मिली इस छूट का गलत फायदा उठाया और इसकी आड़ में लोगों के कालेधन को व्हाइट किया।
कैशबुक की हो रही जांच
- मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी एक्ट के सेक्शन 133A के तहत यह कार्रवाई हो रही है। इसके तहत पंप ओनर्स की कैशबुक की छानबीन की जा रही है।
- आईटी अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि नोटबंदी के दौरान पैट्रोल पंप मालिकों की ओर से किया गया बैंक डिपॉजिट उनकी सेल्स से मेल खा रहा है या नहीं।
पैट्रोल पंपों ने जमा की 15 फूीसदी एक्स्ट्रा रकम
- कुछ आईटी आॅफिसर्स ने इसे रुटीन सर्वे बताया है। उनका कहना है कि यह रेड नहीं है।
- ऑफिसर्स के मुताबिक, ये सर्वे देशभर के पैट्रोल पंप ओनर्स और LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स के कैम्पस में 6 मार्च से किए जा रहे हैं।
- एक ऑफिसर ने बताया, "सर्वे से पता चला है कि नोटबंदी के दौरान पैट्रोल पंप ओनर्स ने सेल्स से एवरेज 15 फीसदी ज्यादा रकम जमा कराई है।"
- "इससे पहले आईटी सर्वे में पाया गया था कि पैट्रोल पंप ओनर्स ने नोटबंदी के दौरान एक्चुअल सेल्स से 20 फीसदी एक्स्ट्रा रकम डिपॉजिट की है।"