Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jul, 2017 02:22 PM
टाटा मोटर्स अपनी सबसे छोटी कार नैनो को भारत स्टेज 4 (बीएस4) उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप संभवत: उन्नत नहीं बनाएगी जबकि अप्रैल
नई दिल्लीः टाटा मोटर्स अपनी सबसे छोटी कार नैनो को भारत स्टेज 4 (बीएस4) उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप संभवत: उन्नत नहीं बनाएगी जबकि अप्रैल 2020 से इसे देश भर में अनिवार्य तौर पर लागू किया जाएगा। इससे लगता है कि घरेलू बाजार से यह कार धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी। हालांकि अलग उत्सर्जन मानदंड वाले बाजारों में उसका निर्यात किया जा सकता है लेकिन इसके निर्यात के हालिया आंकड़ों से बहुत अधिक उम्मीद नहीं दिख रही है। पूरे वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान टाटा मोटर्स ने महज 595 नैनो का निर्यात किया जबकि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल और मई में महज 50 नैनो का निर्यात किया गया है।
कंपनी प्रवक्ता का कहना है कि हैचबैक श्रेणी कंपनी के लिए काफी महत्त्वपूर्ण है और इस श्रेणी के विभिन्न उपखंडों को परिभाषित करने में कानून एवं ग्राहकों की पसंद की उल्लेखनीय भूमिका होने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रमुख बाजारों में ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए हम नैनो का उत्पादन जारी रखेंगे।'विभिन्न सूत्रों का कहना है कि टाटा मोटर्स को टियागो हैचबैक और टिगोर सिडैन जैसे नए कार मॉडल को बाजार से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और इसलिए वह नैनो प्लेटफॉर्म में निवेश नहीं करना चाहती है। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने कहा था कि नैनो परियोजना से कंपनी को कुल 6,400 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।