Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 04:42 AM
बड़े पैमाने पर घरों एवं अन्य जगहों पर उपयोग हो रहे एल.ई.डी. लैंप अब ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के बिजली बचत का कार्यक्रम ‘स्टार लेबलिंग’ के अंतर्गत अनिवार्य श्रेणी में आ गया है। इस साल एक जनवरी से कंपनियों को अब एल.ई.डी. लैंप पर बिजली बचत के सितारों का...
नई दिल्ली: बड़े पैमाने पर घरों एवं अन्य जगहों पर उपयोग हो रहे एल.ई.डी. लैंप अब ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के बिजली बचत का कार्यक्रम ‘स्टार लेबलिंग’ के अंतर्गत अनिवार्य श्रेणी में आ गया है। इस साल एक जनवरी से कंपनियों को अब एल.ई.डी. लैंप पर बिजली बचत के सितारों का उपयोग करना अनिवार्य हो गया है। इस पहल से घरों एवं अन्य जगहों पर उपयोग हो रहे एल.ई.डी. बल्ब की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सकेगी।
इस संदर्भ में बिजली मंत्रालय ने दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में अधिसूचना जारी कर दी है। स्टार लेबलिंग यानी स्टैंन्डर्ड एंड लेबलिंग कार्यक्रम बिजली मंत्रालय के अधीन आने वाले ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बी.ई.ई.) का ऊर्जा संरक्षण का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके तहत उत्पादों पर एक से लेकर 5 तक सितारें यानी स्टार दिए जाते हैं। स्टार की संख्या जैसे-जैसे बढ़ती है, वह उत्पाद उतना ही कम बिजली की खपत करता है।