Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 07:13 PM
शराब पीने के शौकिनों के लिए यह वाकई एक बड़ा झटका हो सकता है। जी.एस.टी. लागू होने के बाद 1 जुलाई से ही ऐल्कॉहॉल
नई दिल्लीः शराब पीने के शौकिनों के लिए यह वाकई एक बड़ा झटका हो सकता है। जी.एस.टी. लागू होने के बाद 1 जुलाई से ही ऐल्कॉहॉल या ऐल्कॉहॉल से बनी किसी भी आइटम के रेट बढ़ सकते हैं। हालांकि शराब को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। वहीं इसकी लागत बढ़ने से भी कोई इनकार नहीं कर रहा है। ऐल्कॉहॉल इंडस्ट्री का मनना है कि लागत बढ़ने से कंपनियों का लाभ दबाव में आ सकता है।
इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस वजह से कंपनियों को अपना थोड़ा दबाव ग्राहकों की तरफ शिफ्ट करना पड़ सकता है।भले ही आप, विस्की, रम, वोडका, जिन, या कोई भी ऐल्कॉहॉल लें, आपको नशे का झटका देने से पहले वह आपकी जेब को जोर का झटका दे सकती है। ऑल इंडिया ब्रुअर्स असोसिएशन के डायरेक्टर जनरल शोभान रॉय का कहना है, 'जीएसटी लागू होने के बाद इसकी लागत में 12-15 पर्सेंट की बढ़ोतरी होगी।
किस पर लगेगा कितना टैक्स
रॉय ने बताया कि इसका सबसे ज्यादा असर बियर की लागत पर पड़ेगा। बियर की लागत करीब 15 प्रतिशत बढ़ जाएगी।लिकर और इससे जुड़े प्रॉडक्ट की लागत 12 प्रतिशत बढ़ सकती है। कांच की बोतलों को 18 प्रतिशत टैक्स के दायरे में रखा गया है, जबकि इससे पहले यह दायरा 15 प्रतिशत तक था। वहीं गुड़ को सबसे ज्यादा 28 प्रतिशत के टैक्स ब्रैकेट में रखा गया है।