Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Dec, 2017 02:04 PM
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बी.एस.ई.) में शामिल कंपनियों का मार्कीट कैप आज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सुबह के कारोबार में ही बी.एस.ई. पर लिस्टेड कंपनियों के मार्कीट कैप ने यह आकंड़ा पार कर लिया था, दोपहर 1 बजे कुल मार्कीट कैप 1,50,80,776 करोड़ रुपए दर्ज...
नई दिल्लीः बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बी.एस.ई.) में शामिल कंपनियों का मार्कीट कैप आज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सुबह के कारोबार में ही बी.एस.ई. पर लिस्टेड कंपनियों के मार्कीट कैप ने यह आकंड़ा पार कर लिया था, दोपहर 1 बजे कुल मार्कीट कैप 1,50,80,776 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है। इसमें सर्वाधिक बढ़ोतरी ऑटोमोबाइल और बैंकिंग सेक्टर में देखी गई।
BSE की 10 सबसे बड़ी कपनियां
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड 10 सबसे बड़ी कंपनियों का ही मार्कीट कैप लगभक 35 लाख करोड़ रुपए के करीब है।
कंपनी |
मार्कीट कैप |
रिलायंस इंडस्ट्री |
5.78 लाख करोड़ रुपए |
टी.सी.एस. |
4.96 लाख करोड़ रुपए |
एच.डी.एफ.सी. बैंक |
4.83 लाख करोड़ रुपए |
आई.टी.सी. |
3.20 लाख करोड़ रुपए |
एच.यू.एल. |
2.91 लाख करोड़ रुपए |
मारुति |
2.90 लाख करोड़ रुपए |
स्टेट बैंक |
2.73 लाख करोड़ रुपए |
एच.डी.एफ.सी. |
2.71 लाख करोड़ रुपए |
ओ.एन.जी.सी. |
2.41 लाख करोड़ रुपए |
इंफोसिस |
2.34 लाख करोड़ रुपए |
मोदी सरकार के दौरान बाजार में तेजी
नवंबर 2014 में पहली बार बी.एस.ई. पर लिस्टेड कंपनियों का मार्कीट कैप 100 लाख करोड़ रुपए के पार गया था, 100 लाख करोड़ से 150 लाख करोड़ रुपए के स्तर तक पहुंचने के लिए बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 3 साल से थोड़ा ज्यादा समय लगा है। देश में मोदी सरकार मई 2014 में आई थी और तब से शेयर बाजार में एकतरफा तेजी का रुख बना हुआ है जिस वजह से इन कंपनियों के मार्कीट कैप में बढ़ोतरी हुई है।