Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 04:53 PM
जी.एस.टी. से पूरी मार्बल इंडस्ट्री डरी हुई है। सारे कर मिलाकर मौजूदा टैक्स 5 फीसदी..
नई दिल्लीः जी.एस.टी. से पूरी मार्बल इंडस्ट्री डरी हुई है। सारे कर मिलाकर मौजूदा टैक्स 5 फीसदी है जबकि जी.एस.टी. के तहत अब इसे 28 फीसदी स्लैब में रखा गया है। इंडस्ट्री का कहना है कि इससे पूरी इंडस्ट्री तबाह हो जाएगी और लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
इंडस्ट्री को 28 फीसदी स्लैब में रखा गया
जी.एस.टी. दरों का एलान होते ही मार्बल इंडस्ट्री की चमक फीकी हो गई। इंडस्ट्री का कहना है कि टैक्स में सीधे 23 फीसदी का इजाफा कमर तोड़ देगा। राजस्थान मार्बल कारोबार का गढ़ है। राज्य के 24 जिलों में खनन होता है। मार्बल कारोबारियों का कहना है कि जी.एस.टी. की ऊंची दरों के कारण यहां की 20,000 इकाइयों पर बंदी का खतरा मंडरा रहा है। कारोबारियों की मांग है कि मार्बल पर मौजूदा दर के आसपास ही जी.एस.टी. दर रखी जाए।