Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 03:06 PM
माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सुरक्षा दल ने गूगल क्रोम में एक रिमोट सुरक्षा चूक की पहचान की है, जिसका इस्तेमाल हैकर्स द्वारा किया जा सकता है। माइक्रोसॉफ्ट के आक्रामक सुरक्षा अनुसंधान दल के सदस्य जॉर्डन रबेट ने वीरवार देर रात एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे...
सान फ्रांसिस्को: माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सुरक्षा दल ने गूगल क्रोम में एक रिमोट सुरक्षा चूक की पहचान की है, जिसका इस्तेमाल हैकर्स द्वारा किया जा सकता है। माइक्रोसॉफ्ट के आक्रामक सुरक्षा अनुसंधान दल के सदस्य जॉर्डन रबेट ने वीरवार देर रात एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘हमारे द्वारा खोजे गए ‘सी.वी.ई.-2017-5121’ से पता चलता है कि आधुनिक ब्राऊसरों में भी दूर से हैक किए जाने लायक सुरक्षा खामियां (सेंधमारी के रास्ते) व्याप्त है। क्रोम में भी ऐसे ही बग का पता चला है।’’ एनगैजेट की शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने तुरंत गिटहब पर इसे सुधारने का तरीका सांझा किया। रिपोर्ट में कहा गया कि माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक गूगल द्वारा सुझाया तरीका लागू करने के बावजूद यह सुरक्षा चूक पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है।
माइक्रोसॉफ्ट का मानना है कि इसे लोगों की जानकारी में आने से पहले ही ठीक कर देना चाहिए था। माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के बीच एक दूसरे के उत्पादों के सुरक्षा चूक को सामने लाने की घटना नई नहीं है। पिछले साल गूगल ने माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज में इसी प्रकार की एक बड़ी चूक का खुलासा किया था, जिसका समाधान कम्पनी करने ही वाली थी। वहीं विंडोज 10 के नवीनतम ‘फॉल क्रिएटर्स अपडेट’ के पिछले 6 महीनों के परीक्षण के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने इस नवीनतम अपडेट को दुनिया भर के 50 करोड़ विंडोज 10 डिवाइसों के लिए जारी कर दिया है।
हालांकि यह नई मशीनों को पहले मिलेगा। माइक्रोसॉफ्ट ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘सबसे बेहतर अनुभव के लिए हम सिफारिश करते हैं कि आप तब तक इंतजार करें जब तक विंडोज 10 खुद आपसे अपडेट के लिए नहीं कहता। आपको अपडेट के लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है। इसे जारी कर दिया गया है और यह विंडोज अपडेट के माध्यम से स्वचालित रूप से अपडेट हो जाएगा।’’