Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 12:24 PM
सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के खिलाफ इस साल जून में भी सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं जबकि देश के
नई दिल्ली: सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के खिलाफ इस साल जून में भी सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं जबकि देश के 4 प्रमुख महानगरों के हवाई अड्डों पर समय पर उड़ान भरने के मामले में उसका प्रदर्शन सबसे खराब रहा है। नागर विमानन महानिदेशालय के आंकड़ों के अनुसार घरेलू मार्गों पर एयर इंडिया के खिलाफ प्रति एक लाख यात्री 16 शिकायतें आई हैं।
इस मामले में प्रति एक लाख यात्री 13 शिकायतों के साथ दूसरे नंबर पर जैट एयरवेज और जैट लाइट रहीं। प्रति एक लाख यात्री गो एयर के खिलाफ 8 शिकायतें, ट्रूजैट के खिलाफ 7, स्पाइसजैट के खिलाफ 5 और एयर एशिया के खिलाफ 3 शिकायतें आई हैं।
निपटारे के मामले में एयर इंडिया सबसे फिसड्डी
शिकायतों के निपटारे के मामले में भी एयर इंडिया सबसे फिसड्डी रही। उसके खिलाफ आई 196 शिकायतों में 119 का निपटारा किया गया जबकि 77 शिकायतें अभी भी विचाराधीन रह गईं। जैट एयरवेज और जैट लाइट के खिलाफ आई 217 शिकायतों में से 213 का निपटारा किया गया जबकि 4 विचाराधीन रह गईं। यात्रियों की सबसे ज्यादा (32.8 प्रतिशत) शिकायत उड़ान संबंधी समस्याओं को लेकर रही। इसके बाद 28.7 प्रतिशत शिकायतें ग्राहक सेवा को लेकर तथा 16.6 प्रतिशत बैगेज संबंधी रहीं। वहीं 7.8 प्रतिशत शिकायत कर्मचारियों के व्यवहार के संबंध में आईं।