Edited By ,Updated: 25 Apr, 2017 02:28 PM
आई.टी. इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम ने टी.सी.एस. और इन्फोसिस का बचाव करते हुए कहा कि साल 2014-15 के दौरान अप्रूव हुए कुल एच1बी वीजा में इन दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी ..
नई दिल्ली: आई.टी. इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम ने टी.सी.एस. और इन्फोसिस का बचाव करते हुए कहा कि साल 2014-15 के दौरान अप्रूव हुए कुल एच1बी वीजा में इन दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी सिर्फ 8.8 फीसद (7,504) रही है। गौरतलब है कि हाल ही में इन दोनों कंपनियों पर अमरीकी प्रशासन ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इन कंपनियों ने लॉटरी सिस्टम का फायदा उठाते हुए गलत तरीके से ज्यादा एच1बी वीजा प्राप्त किए हैं।
भारतीय आई.टी. कंपनियां एच-1बी वीजा का उपयोग अपने कर्मचारियों को अमेरिका में अपने ग्राहकों के लिए काम करने के लिए भेजने में करती हैं। कुल 110 अरब डॉलर के भारतीय आई.टी. उद्योग के लिए अमरीका सबसे बड़ा बाजार है। पिछले कुछ सप्ताह से अमरीका समेत विभिन्न बाजारों में संरक्षणवाद की धारणा मजबूत हो रही है और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ाने तथा विदेशी कर्मचारियों के लिये नियम कड़े किये जाने की मांग जोर पकड़ रही है।