नई वेतन संहिता से बिगड़ सकता है रोजगार का माहौलः विशेषज्ञ

Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 04:57 PM

new salary code can worsen employment environment

कुछ विषेशज्ञों का मत है कि केंद्र सरकार द्वारा पेश की जा रही नई वेतन संहिता से संगठित..

नई दिल्लीः कुछ विषेशज्ञों का मत है कि केंद्र सरकार द्वारा पेश की जा रही नई वेतन संहिता से संगठित क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर बाधित होंगे और कुल मिला कर काम पर भर्तियों का माहौल बिगड़ेगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने श्रमिकों को पूरे देश में सभी क्षेत्रों में न्यूनतम वेतन सुनिश्चित कराने के उद्येश्य से यह संहिता तैयार की है। इसे चार अलग-अलग कानूनों के प्रावधानों को समन्वित करके तैयार किया गया है। मंत्रिमंडल इसे 26 जुलाई को मंजूरी दे चुका है।

विशेषज्ञों का कहना है कि हर राज्य, अलग-अलग प्रकार के लोगों तथा क्षेत्रों के लिए सार्वत्रिक एक जैसे वेतन का प्रावधान अनुचित है। टीमलीज सर्विसेज की सह संस्थापक एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा कि यह विधेयक चार अलग-अलग कानूनों को व्यापक रूप से तर्कसंगत बना कर एक कानून में एकीकृत करने के लिए प्रस्तावित था। पर इसे धकेल कर सार्वत्रिक एक समान वेतन विधेयक बना दिया गया है जो हैरान करने वाला है। उन्होंने कहा कि श्रमकानूनों में किसी भी सुधार का एक मात्र उद्देश्य यह होना चाहिए कि संगठित क्षेत्र में नौकरियों के अवसरों का विस्तार हो।
PunjabKesari
उन्होंने कहा कि इससे तो यही होगा कि कंपनियां ऑटोमेशन यानी यंत्रीकरण को बढ़ावा देंगी और रोजगार सृजन बाधित होगा। इस प्रस्तावित संहिता में हर श्रमिक के लिए एक न्यूनतम वेतन अनिवार्य करने का प्रावधान है। इस समय 18,000 रुपए मासिक तक का वेतन पाने वालों पर केंद्र और राज्यों द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन के प्रावधान लागू होते हैं। नई संहिता उससे ऊपर के वेतन वालों के संबंध में भी लागू होगी।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!