Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Mar, 2018 11:37 AM
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक चाहते हैं कि पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) ने कथित रूप से नीरव मोदी और उनके सहयोगियों को जो गारंटी पत्र जारी किए थे वह उनसे जुड़ी प्रतिबद्धता को पूरा करें। भारतीय स्टेट बैंक के उप- प्रबंध निदेशक एम.एस.शास्त्री ने यह जानकारी...
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक चाहते हैं कि पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) ने कथित रूप से नीरव मोदी और उनके सहयोगियों को जो गारंटी पत्र जारी किए थे वह उनसे जुड़ी प्रतिबद्धता को पूरा करें। भारतीय स्टेट बैंक के उप- प्रबंध निदेशक एम.एस.शास्त्री ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा इस संबंध में सही देनदारी कितनी है यह जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा।
शास्त्री ने संवाददाताओं से कहा, "यह सभी (गारंटी पत्र) पी.एन.बी. ने जारी किए थे और उनके एवज में ही हमने भुगतान किया।" जब उनसे पूछा गया कि क्या वह चाहते हैं कि पी.एन.बी. उसके द्वारा जारी गारंटी पत्रों का वचन निभाए? जवाब में उन्होंने कहा, "हां।" इस बीच पी.एन.बी. के कार्यकारी निदेशक संजीव शरण ने कहा है, "मामले की जांच चल रही है और यह प्रक्रिया में है। इसलिए इस संबंध में फिलहाल हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकते हैं, हम काम में लगे हैं।"
उल्लेखनीय है कि अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी ने कथित तौर पर कुछ बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से जारी किए गए गारंटी पत्रों के जरिए पी.एन.बी. को 12,968 करोड़ रुपए का चूना लगाया। पी.एन.बी. की मुंबई स्थित एक शाखा ने मार्च 2011 के बाद से नीरव मोदी से जुड़ी कंपनियों के समूह को धोखाधड़ी पूर्ण तरीके से 1,213 गारंटी पत्र जारी किए।