Edited By ,Updated: 31 Jan, 2017 06:45 PM
नोटबंदी, कई संरचनात्मक सुधार तथा वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के क्रियान्वयन से खुदरा क्षेत्र को आधुनिक अर्थव्यवस्था में गति मिलने के साथ उल्लेखनीय मात्रा में विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
मुंबई: नोटबंदी, कई संरचनात्मक सुधार तथा वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के क्रियान्वयन से खुदरा क्षेत्र को आधुनिक अर्थव्यवस्था में गति मिलने के साथ उल्लेखनीय मात्रा में विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी। वालमार्ट इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष अय्यर ने आज यह कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘नोटबंदी, कई संरचनात्मक सुधार तथा वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के क्रियान्वयन से खुदरा क्षेत्र को आधुनिक अर्थव्यवस्था में गति मिलेगी और उल्लेखनीय मात्रा में विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी।’’ कृष अय्यर ने कहा, ‘‘सरकार ने खाद्य खुदरा में 100 प्रतिशत एफ.डी.आई. जैसे कदम और व्यापार सुगमता से किसानों से लेकर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग यानी पूरे खाद्य श्रृंखला को लाभ होगा।’’
कंपनी पर नोटबंदी के प्रभाव के बारे में उन्होंने कहा कि इससे पहले कुछ सप्ताह में व्यापार प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ लेकिन उसके बाद वालमार्ट इंडिया को लाभ हुआ है। अय्यर ने कहा, ‘‘गैर-नकदी लेन-देन कारोबार का 70 प्रतिशत हो गया है जो अब नोटबंदी से पहले 30 प्रतिशत था।’’