Edited By ,Updated: 10 Nov, 2016 04:26 PM
कालेधन पर लगाम लगाने के उद्देश्य से बड़े नोटों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला सरकारी बैंकों के स्टॉक्स के लिए अच्छा साबित हुआ।
नई दिल्लीः कालेधन पर लगाम लगाने के उद्देश्य से बड़े नोटों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला सरकारी बैंकों के स्टॉक्स के लिए अच्छा साबित हुआ। गुरूवार के सत्र में सरकारी बैंकों के शेयर वाला इंडेक्स निफ्टी पी.एस.यू. 8.5 फीसदी से ज्यादा उछल गया। वहीं इंडेक्स में शुमार दिग्गज शेयर 12 फीसदी से ज्यादा उछल गए। एक्सपर्ट का मानना है कि सरकार के इस फैसले का फायदा निश्चित तौर पर बैंकों को मिलेगा जिसका असर आज तमाम बैंकिंग स्टॉक्स में देखने को मिल रहा है।
गुरूवार के कारोबार में नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर निफ्टी पीएसयू बैंक इडेक्स 8.72 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ। वहीं बैंक ऑफ इंडिया 13.71 फीसदी, यूनियन बैंक 12.70 फीसदी, पीएनबी 11.92 फीसदी, सिंडीकेट बैंक 10.93 फीसदी तक उछल गए। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एस.बी.आई.) का शेयर 8.21 फीसदी बढ़कर बंद हुआ।
मिंट डायरैक्ट के रिसर्च हेड अविनाश गोरक्षकर का मानना है कि सरकार के इस फैसले के बाद पूरे देश से भारी मात्रा में नकदी बैकों में जमा होगी, जिससे उनके कासा रेश्यो (Current and saving) सुधारने में मदद मिलेगी। साथ ही भारी नकदी आना बैंकों के लिए ब्याज दरें घटाने का भी रास्ता खोलता है।
एच.डी.एफ.सी. सिक्योरिटी के मुताबिक इस फैसले के बाद बैंकों के कासा रेश्यो में जबरदस्त उछाल आएगा। इससे सबसे ज्यादा फायदा सरकारी बैंकों को होगा। भारी नकदी जमा होने से अर्थव्यवस्था में नकदी का प्रवाह बढ़ जाएगा।