Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Dec, 2017 06:13 PM
दूरसंचार नियामक ट्राई मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एम.एन.पी.) के लिए लगने वाले शुल्क को कम करने की तैयारी में है। ट्राई इस शुल्क को 4 रुपए पर लाने के लिए संबंधित पक्षों से चर्चा कर रहा है। फिलहाल मोबाइल नंबर पोर्ट करचाने का अधिकतम शुल्क 19 रुपए...
नई दिल्ली: दूरसंचार नियामक ट्राई मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एम.एन.पी.) के लिए लगने वाले शुल्क को कम करने की तैयारी में है। ट्राई इस शुल्क को 4 रुपए पर लाने के लिए संबंधित पक्षों से चर्चा कर रहा है। फिलहाल मोबाइल नंबर पोर्ट करचाने का अधिकतम शुल्क 19 रुपए निर्धारित है। एम.एन.पी. की सुविधा 3 जुलाई, 2015 को शुरू की गई थी। इसके तहत कोई उपभोक्ता अपना नंबर बदले बिना ही मोबाइल ऑप्रेटर बदल सकता है।
ट्राई का कहना है कि इस प्रक्रिया में आने वाली असल लागत की तुलना में यह शुल्क बहुत ज्यादा है। एम.एन.पी. के लिए लगातार बढ़ते आवेदनों की संख्या की वजह से इस पर लागत घटी है। इसके मद्देनजर ट्राई का मानना है कि एम.एन.पी. शुल्क को और कम करने की जरूरत है। नियामक इसे 4 रुपए पर लाने के पक्ष में है। इसलिए ट्राई ने इस शुल्क में संशोधन का मसौदा तैयार किया है। इस ड्राफ्ट पर 29 दिसम्बर तक लोगों से राय मांगी गई है। हालांकि कई बार वह टैलीकॉम कम्पनी जिसके पास उपभोक्ता अपना नंबर पोर्ट करवाता है, वह अपने ग्राहक बढ़ाने के मकसद से एम.एन.पी. शुल्क का बोझ खुद उठाती है।