Edited By ,Updated: 16 Jan, 2017 12:38 PM
ऑक्सफेम (Oxfam) ने सोमवार को कहा कि 8 व्यक्तियों के पास उतनी संपत्ति है जितनी दुनिया की आधी आबादी के पास है और इससे ‘‘हमारे समाजों में विभाजन’’ का खतरा पैदा होता है।
दावोसः ऑक्सफेम (Oxfam) ने सोमवार को कहा कि 8 व्यक्तियों के पास उतनी संपत्ति है जितनी दुनिया की आधी आबादी के पास है और इससे ‘‘हमारे समाजों में विभाजन’’ का खतरा पैदा होता है। दावोस में ‘विश्व आर्थिक मंच’ की शुरूआत से पहले यह बात ऑक्सफेम ने कही है।
जिन 8 उद्योगपतियों का जिक्र ऑक्सफेम ने किया है उनमें अमरीका के 6, स्पेन और मेक्सिको के एक-एक उद्योगपति शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इन उद्योगपतियों के पास जितनी संपत्ति है वह संपत्ति दुनिया के सबसे गरीब 3.6 अरब लोगों के पास मौजूद संपत्ति के बराबर है।
ये हैं 8 बिजनेसमैन
- बिल गेट्स: माइक्रोसॉफ्ट के फाऊंडर बिल गेट्स
- मार्क जुकरबर्ग: फेसबुक के को-फाऊंडर
- जेफ बेजोस: ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन के फाऊंडर
- वॉरेन बफे: इन्वेस्टर
- अमेंसियो ओर्टेगा: इंडिटेक्स के फाऊंडर
- कार्लोस स्लिम: मेक्सिको के बिजनेसमैन
- लैरी एलीसन: ओरैकल के फाऊंडर
- माइकल ब्लूमबर्ग: न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर
वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम की सालाना मीटिंग के पहले ऑक्सफेम ने कहा कि धन की खाई पहले से कहीं ज्यादा व्यापक हुई है। भारत और चीन के नए आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि दुनिया के आधे गरीब पहले से और गरीब हुए हैं। ऑक्सफैम ने इसे अशुभ बताते हुए कहा कि अगर यह डेटा थोड़ा पहले मिल जाता तो पता चलता कि 2016 में इतनी ही संपत्ति नौ लोगों के पास होती। 2010 में 43 लोगों के पास दुनिया के आधे लोगों के बराबर संपत्ति हुआ करती थी।
अपनी एक नई रिपोर्ट 'ऐन इकॉनमी फॉर द 99 फीसदी' में ऑक्सफैम ने कहा, 'ब्रेक्जिट से लेकर डॉनल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने की सफलता तक, नस्लवाद में वृद्धि और मुख्यधारा की राजनीति में अस्पष्टता से चिंता बढ़ रही है। वहीं संपन्न देशों में अधिक से अधिक लोगों में यथा स्थिति बर्दाशत न करने के संकेत भी अधिक दिख रहे हैं।