Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 02:00 PM
मोबाइल वॉलेट पेटीएम ने क्यूआर कोड के जरिये अब ऑफलाइन दुकानदार को असीमित भुगतान सीधे अपने बैंक खातों में स्वीकार करने की सुविधा प्रदान करते हुए कहा कि इसके लिए दुकानदारों के प्रशिक्षण और जागरूकता पर वर्ष 2018 में 500 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
नई दिल्लीः मोबाइल वॉलेट पेटीएम ने क्यूआर कोड के जरिये अब ऑफलाइन दुकानदार को असीमित भुगतान सीधे अपने बैंक खातों में स्वीकार करने की सुविधा प्रदान करते हुए कहा कि इसके लिए दुकानदारों के प्रशिक्षण और जागरूकता पर वर्ष 2018 में 500 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
पेटीएम ने आज यह घोषणा करते हुए कहा कि दुकानदार बगैर किसी शुल्क के क्यूआर कोड से सीधे राशि अपने बैंक खाते में हस्तातंरित कर सकेंगें। अब ग्राहक अपनी पसंदीदा भुगतान प्रणालियों जैसे पेटीएम, यूपीआई, कार्ड और नेट-बैंकिंग का इस्तेमाल करते हुए दुकानदार के आउटलेट पर स्कैन और पेमेंट कर सकते हैं। यह पहल दुकानदारों और ग्राहकों को अधिक विकल्प और सुविधा प्रदान करेगी जो मोबाइल भुगतान के लोकतंत्रीकरण की दिशा में कंपनी के प्रयासों का एक हिस्सा है। पेटीएम के मुख्य परिचालन अधिकारी किरण वासीरेड्डी ने कहा कि उनकी कंपनी का लक्ष्य सभी प्रमुख पेमेंट इंस्ट्रूमेंटों के लिए सपोर्ट प्रदान करना है ताकि छोटे और बड़े, दोनों ही तरह के व्यापारी और दुकानदार उपभोक्ताओं से भुगतान स्वीकार करने में लचीलापन हासिल कर सके। वे इसका इस्तेमाल अपने कारोबार को बढ़ाने में कर सके।
देश भर में कंपनी की 10,000 मजबूत सेल्स टीमें इन-स्टोर मर्चेंट्स के साथ काम कर रही है। उन्हें पेटीएम क्यूआर का इस्तेमाल करने के अतिरिक्त लाभ और सुविधा समझने में मदद कर रही हैं। कंपनी इन दुकानदारों के प्रशिक्षण और उनमें जागरुकता बढ़ाने के लिए वर्ष 2018 में 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी ताकि इस पेशकश का न केवल प्रभाव क्षेत्र बल्कि इसकी स्वीकार्यता भी बढ़े। उन्होंने कहा कि पेटीएम क्यूआर ने व्यापारियों को पीओएस मशीनों पर अतिरिक्त खर्च करने की जरूरत को खत्म कर दिया है। यह उनके दिन प्रतिदिन के कारोबार में उनका सपोर्ट कर रहा है। कंपनी का उद्देश्य क्यूआर के जरिए भुगतान में तेजी लाना है। अगले साल के मध्य तक कंपनी का लक्ष्य 50 लाख मर्चेंट और ऑफलाइन पेमेंट को 6 गुना तक बढ़ाना है।