Edited By ,Updated: 07 Apr, 2017 10:41 AM
कई विकसित देशों की तर्ज पर भारत में पैट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना इजाफा हो सकता है।
नई दिल्ली: कई विकसित देशों की तर्ज पर भारत में पैट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना इजाफा हो सकता है। दरअसल सरकारी तेल कंपनियों का कीमतों की रोजाना समीक्षा करने का प्लान है, ताकि वह अंतर्राष्ट्रीय बाजार के मुताबिक हो। अभी 15 दिनों में तेल की कीमतों में बदलाव का प्रावधान है।
तेल मंत्री से की मुलाकात
इंडियन ऑयल कॉर्प, भारत पैट्रोलियम और हिन्दुस्तान पैट्रोलियम का देश के 95 फीसदी ईंधन खुदरा बाजार पर कब्जा है। इन कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार पैट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना बदलाव की योजना को लागू करने के तौर-तरीके खोजे जा रहे हैं। इन कंपनियों के अधिकारियों ने इस सिलसिले में हाल ही में तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मंत्रालय के अन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात की।
तेजी से पैट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती या बढ़ौतरी
एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, 'रोजाना ईंधन मूल्य के विचार पर चर्चा कुछ समय से चल रही है। हालांकि, अब इसे लागू करने के लिए हमारे पास टेक्नोलॉजी है।' अधिकतर फीलिंग स्टोशनों पर ऑटोमेशन, डिजिटल टेक्नोलॉजी की उपलब्धता और सोशल नैटवर्क्स ने कंपनियों के देशभर के 53000 पैट्रोल पंपों पर कीमतों में बदलाव को लागू करना काफी आसान बना दिया है। पैट्रोल या डीजल की कीमतों में रोजाना बदलाव का मतलब यह होगा कि कीमतों में ज़्यादा तेज़ी से बढ़ौतरी या गिरावट होगी, जैसा कि पिछले हफ्ते हुआ। सरकारी तेल कंपनियों ने 31 मार्च को पैट्रोल की कीमत में 3.77 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 2.91 रुपए प्रति लीटर की कटौती की।