Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jun, 2017 03:50 PM
डूबते कर्ज की मार झेल रहे दो सरकारी बैंकों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है।
नई दिल्लीः डूबते कर्ज की मार झेल रहे दो सरकारी बैंकों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने पी.एन.बी. और इलाहाबाद बैंक के विलय की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। दोनों बैंकों का विलय 1 अप्रैल 2018 तक लागू हो सकता है और दिसंबर 2017 तक विलय की प्रक्रिया पूरी होगी। इस मर्जर से इलाहाबाद बैंक के निवेशकों को ज्यादा फायदा होगा। मर्जर के तहत इलाहाबाद बैंक के 3 शेयर के बदले पी.एन.बी. के 2 शेयर मिलेंगे।
नॉन-कोर एसेट्स बेचेगा PNB
विलय की तैयारी के तहत इलाहाबाद बैंक अपने एन.पी.ए. 7000 करोड़ रुपए से घटाकर 5000 करोड़ रुपए तक लेकर आएगा। इलाहाबाद बैंक 1641 करोड़ रुपए के एन.पी.ए. बेचने के लिए बोलियां मंगा चुका है। वहीं, पी.एन.बी. भी ए.आर.सी. को 11000-13000 करोड़ रुपए का एन.पी.ए. बेच सकता है। साथ ही पी.एन.बी. की नॉन-कोर एसेट्स भी बेचने की योजना है।
25 फीसदी घटाई जाएंगी बैंक की शाखाएं
दोनों बैंकों के विलय के बाद नए बैंक की शाखाएं 25 फीसदी घटाई जाएंगी। ग्रॉस एन.पी.ए. 12.8 फीसदी से घटाकर 8.5 फीसदी किया जाएगा। सरकार की ओर से 3 चरणों में 7000-8000 करोड़ रुपए की पूंजी डालेगी। हालांकि विलय की खबर पर दोनों बैंकों ने कोई जवाब नहीं दिया।