Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 02:46 PM
पीएनबी घोटाले को लेकर बैंक के एमडी सुनील मेहता ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पीएनबी क्लीन बैंकिंग के लिए प्रतिबद्ध है। 123 साल में पीएनबी ने कई उतार चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने कहा कि फ्रॉड करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घोटाले...
नई दिल्लीः पीएनबी घोटाले को लेकर बैंक के एमडी सुनील मेहता ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पीएनबी क्लीन बैंकिंग के लिए प्रतिबद्ध है। 123 साल में पीएनबी ने कई उतार चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने कहा कि फ्रॉड करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि पेजाब नैशनल बैंक ने बुधवार को 177 करोड़ डॉलर (करीब 11,400 करोड़ रुपए) के घोटाले को पकड़ा है।
मोदी को देश वापिस लाने की होगी कोशिश
मेहता ने कहा कि बैंक समस्याओं से बाहर निकलने में सक्षम है। उन्होंने ने कहा कि हम जिम्मेदार बैंक की तरह कार्रवाई कर रहे हैं। बैंक पूरी क्षमता से गलत लोगों पर एक्शन ले रहा है। उन्होंने ने कहा कि बैंक किसी भी तरह के गलत काम को बढ़ावा नहीं देता। उन्होंने बताया कि नीरव मोदी ने पैसे लौटाने की पेशकश की थी लेकिन इसके लिए उनके पास पूरा प्लान नहीं था। मेहता ने बताया कि इस घोटाले में कई विदेशी ब्रांच भी शामिल है। बैंक ने कहा कि फ्रॉड के बारे में जनवरी के तीसरे हफ्ते में पता चला था और 29 जनवरी को इसकी सूचना सीबीआई को दे दी गई थी। बैंक ने कहा कि दोषी को वापस भारत लाने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी।
विजय माल्या से न जोड़ा जाए मामला
पीएनबी ने सीबीआई से नीरव मोदी, मेहुल चौकसी समेत सभी आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने को कहा है। बैंक ने कहा है कि विजय माल्या के मामले से इसे ना जोड़ा जाए, यह पूरी तरह एक अलग मामला है। जो कर्मचारी इसमें शामिल रहे हैं उन पर भी कार्रवाई की जा रही है। मेहता ने बताया कि यह घोटाला 2011 से जारी था , हमने जांच के दौरान पकड़ा था।
मोदी के 12 ठिकानों पर ED के छापे
इससे पहले पीएनबी महाधोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने आज नीरव के 12 ठिकानों पर छापे मारे। 11,400 करोड़ रुपए के इस फर्जीवाड़े में सीबीआई ने भी 31 जनवरी को एक प्राथमिकी दर्ज की थी। खबरों के मुताबिक नीरव मोदी इस समय देश में नहीं हैं। इस घोटाले में कई बड़ी आभूषण कंपनियां गीतांजलि, गिन्नी और नक्षत्र भी विभिन्न जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में आ गई हैं।