Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 06:23 PM
सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कारपोरेशन (पीएफसी) ने अपने पहले हरित बांड के जरिए 40 करोड़ डालर जुटाए। इस कोष का उपयोग देश में अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने में किया जाएगा। पीएफसी ने एक बयान में कहा कि एशिया और यूरोप में बांड को बड़े निवेशकों से...
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कारपोरेशन (पीएफसी) ने अपने पहले हरित बांड के जरिए 40 करोड़ डालर जुटाए। इस कोष का उपयोग देश में अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने में किया जाएगा। पीएफसी ने एक बयान में कहा कि एशिया और यूरोप में बांड को बड़े निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। दस साल के इस हरित बांड पर 3.75 प्रतिशत की तय दर से ब्याज देय होगा।
यह बांड जलवायु बॉंड पहल के तहत प्रमाणित है और लंदन स्टाक एक्सचेंज तथा सिंगापुर स्टाक एक्सचेंज में इसे सूचीबद्ध किया जा रहा है। पिछले तीन साल के दौरान पीएफसी ने अक्षय ऊर्जा कारोबार में उल्लेखनीय उछाल देखा और इस दौरान कर्ज वितरण में पांच गुना वृद्धि हुई है। कंपनी इस राशि का उपयोग अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने में करेगी और 2022 तक 1,75,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता सृजित करने के सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में मददगार होगी।