Edited By ,Updated: 02 Jan, 2017 02:35 PM
सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और डाकखानों के जरिए परिचालित किसान विकास पत्र जैसी अन्य लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर जनवरी-मार्च तिमाही में अपरिवर्तित रखने का आज निर्णय किया। सरकार ने यह फैसला एेसे समय किया है
नई दिल्लीः सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और डाकखानों के जरिए परिचालित किसान विकास पत्र जैसी अन्य लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर जनवरी-मार्च तिमाही में अपरिवर्तित रखने का आज निर्णय किया। सरकार ने यह फैसला एेसे समय किया है जबकि वाणिज्यिक बैंक ब्याज दरें घटा रहे हैं। सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों की तिमाही समीक्षा की नई व्यवस्था पिछले साल अप्रैल से शुरू की है।
वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि पीपीएफ पर 8 प्रतिशत वार्षिक की मौजूदा ब्याज दर जनवरी-मार्च तिमाही में भी बनी रहेगी। 5 साल की परिपक्वता वाले राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) पर भी यही दर लागू होगी। इसी प्रकार 112 महीनों की परिपक्वता वाले किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.7 प्रतिशत वार्षिक पर अपरिवर्तित रखी गई है।
सुकन्या समृद्धि खाता योजना पर 8.5 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (5 वर्ष) पर 8.5 प्रतिशत वार्षिक की ब्याज दर में भी बदलाव नहीं किया गया है। 5 साल के आवर्ती जमाओं पर जनवरी-मार्च तिमाही में ब्याज दर 7.3 प्रतिशत पर बनी रहेगी। इस समय बचत खातों पर लोगों को 4 प्रतिशत की दर से और एक से 5 वर्ष की मियाद वाली बैंक जमाओं पर 7-7.8 प्रतिशत का ब्याज चल रहा है।