Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 09:59 AM
सरकार ने साफ कहा कि रासायनिक उर्वरक यूरिया की कीमत में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी लेकिन इसकी बोरी का वजन 50 किलो से 45 किलो किया जा सकता है। रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि यूरिया का वर्तमान में जो मूल्य है वही आगे भी रहेगा और उसके प्रति...
नई दिल्लीः सरकार ने साफ कहा कि रासायनिक उर्वरक यूरिया की कीमत में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी लेकिन इसकी बोरी का वजन 50 किलो से 45 किलो किया जा सकता है। रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि यूरिया का वर्तमान में जो मूल्य है वही आगे भी रहेगा और उसके प्रति किलो मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी। वर्तमान में सबसिडी वाले यूरिया का मूल्य 5,360 रुपए प्रति टन निर्धारित किया हुआ है।
कुमार नें कहा कि अगले कुछ वर्षों में देश की जरूरतों के अनुसार यूरिया का उत्पादन बढ़ाया जाएगा। इसके तहत इस वर्ष के अंत तक तेलंगाना के रामगुंडम कारखाने में उत्पादन शुरू हो जाएगा। वर्ष 2019 के फरवरी में राजस्थान के कोटा जिले गरपान तथा इसी साल पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में भी निजी क्षेत्र के एक कारखाने में यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा। गोरखपुर उर्वरक कारखाना में वर्ष 2020, सिन्दरी में वर्ष 2022 और बरौनी उर्वरक कारखाना में वर्ष 2023 में यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा।