Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 02:52 PM
पीएसयू बैंकों को लेकर सरकार ने कल अहम एलान कर दिया था, लेकिन इसके इलावा भी बैंकों के लिए सरकार कई तरह के अहम कदम उठा रही है। सरकार से को पैसे जुटाने के लिए बैकों को काफी मेहनत करनी होगी। बैंकों को अनाप-शनाप खर्चे बंद करने होंगे और रेवड़ियों की
नई दिल्लीः पीएसयू (पब्लिक सैक्टर अंडरटेकिंग) बैंकों को लेकर सरकार ने कल अहम एलान कर दिया था, लेकिन इसके इलावा भी बैंकों के लिए सरकार कई तरह के अहम कदम उठा रही है। सरकार से पैसे जुटाने के लिए बैकों को काफी मेहनत करनी होगी। बैंकों को अनाप-शनाप खर्चे बंद करने होंगे और रेवड़ियों की तरह कर्ज बांटने से परहेज करना होगा।
4 लेवल पर होगी रेकिंग
सरकार द्वारा बैंको को रैकिंग दी जाएगा जिसके आधार पर ही लोगों को पूंजी दी जाएगी। 4 लेवल की रेकिंग की जाएगी जिसमें E यानि एन्हैंस्ड, A यानि एक्सेस, S यानि सर्विस और EB यानि एक्सिलेंस बैंक शामिल होंगे ।
इन बातों का बैंक को रखना होगा ख्याल
अब ग्राहकों का खास ख्याल रखते हुए हर साल बैंकों की रैंकिंग होगी। रैंकिंग करते समय शिकायतों के निपटारे की सुविधा, खाता खोलने के की सरलता को ध्यान में रखा जाएगा। 5 किलोमीटर के दायरे में बैंक ब्रांच खोलने पर जोर होने के साथ ही बैंकों को छोटे उद्यमियों को 15 दिन में लोन देना होगा।
एनपीए से निपटने के लिए स्ट्रेस एसेट मैनेजमेंट वर्टिकल के तहत अब बैंकों को पूरी छानबीन के बाद कॉरपोरेट्स को कर्ज देना होगा। 250 करोड़ से ज्यादा के लोन देने के बाद फॉलोअप जरूरी होगा। इस पर एक एजेंसी के जरिए लगातार नजर रखी जाएगी। कॉरपोरेट्स को कर्ज के मामले में बैंक कंसोर्शियम में हर बैंक कम से कम 10 फीसदी कर्ज देगा।
बैंकों ने किया रीकैपिटलाइजेशन के रोडमैप का स्वागत
बैंकों ने रीकैपिटलाइजेशन के रोडमैप का स्वागत किया है। आईसीआईसीआई बैंक की एमडी चंदा कोचर ने सरकार के कदम की तारीफ करते हुए कहा कि बैंकों की हालत सुधारने के लिए ये सरकार का काफी अहम कदम है। रीकैप बॉन्ड का एलान काफी अच्छा कदम है, 31 मार्च तक दिया गया समय सही है। नई गाइडलाइंस बैंकिंग सेक्टर के लिए अच्छी है।