Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Sep, 2017 04:31 PM
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने देश में दलहनों की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य...
नई दिल्लीः खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने देश में दलहनों की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे आने पर चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि सरकार किसानों से दलहनों की खरीद करेगी ताकि उन्हें उचित कीमत मिल सके। पासवान ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों से दलहनों की कीमतों के न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे आने की शिकायत मिली है। उन्होंने किसानों को दलहनों की खरीद उचित मूल्य पर करने का भरोसा देते हुए कहा कि उन्हें अरहर का सही मूल्य मिले इसके लिए इसका निर्यात शुरु किया गया है।
उन्होंने सरकारी संस्थाओं, रक्षा क्षेत्र और नैफेड से अधिक से अधिक खरीद करने का अनुरोध करते हुए कहा कि किसानों के प्रयास से दलहनों की पैदावार में भारी वृद्धि हुई है और इसके आयात में काफी कमी आई है। उन्हेंने कहा कि एक समय दालों का मूल्य 200 रुपए प्रति किलो पहुंच गया गया था इसके बाद सरकार ने इसके मूल्य को नियंत्रित करने के लिए दालों का 20 लाख टन का बफर स्टॉक बनाने का निर्णय लिया।
नवंबर से शुरु होगी गन्ने की पेराई
पासवान ने कहा कि बफर स्टॉक में अभी 18.5 लाख टन दालें हैं। चावल और गेहूं की तुलना में दालों का कम समय में उपयोग करना जरुरी होता है। इसके मद्देनजर सरकार दालों को जल्द से जल्द बाजार में उपलब्ध कराना चाहती है। उन्होंने कहा कि नवंबर से गन्ना की पेराई शुरु हो जाएगी। उत्तर प्रदेश तथा कुछ अन्य स्थानों में गन्ने की अच्छी फसल है तथा कुछ राज्यों से गन्ने की पेराई जल्द शुरु करने का भी अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके कारण ही वह कहते हैं कि चीनी की कमी नहीं होने दी जाएगी।