Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 06:40 PM
आईटी कंपनी इन्फोसिस ने कहा कि उसकी पुनर्खरीद योजनाओं में ...
नई दिल्ली : आईटी कंपनी इन्फोसिस ने कहा कि उसकी पुनर्खरीद योजनाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है जिसके तहत वह अपने शेयरधारकों से शेयर वापस लेकर उन्हें करीब 13000 करोड़ रुपये की पूंजी लौटा सकती है। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक कल होनी है जिसमें पुनर्खरीद प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इन्फोसिस बोर्ड के चेयरमैन आर शेषशायी ने कहा, ‘पुनर्खरीद योजनाओं में कोई बदलाव नहीं है। हमने शेयरधारकों को कितना व कब लौटाना है को लेकर एक प्रतिबद्धता जताई है।’
36 साल के इतिहास में पहली बार पुनर्खरीद
उल्लेखनीय है कि कंपनी अपने 36 साल के इतिहास में पहली बार पुनर्खरीद करने जा रही है। कंपनी के कुछ संस्थापक व पूर्व कार्यकारी लंबे समय से पुनर्खरीद की मांग कर रहे हैं। इन्फोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने निदेशक मंडल और एन आर नारायणमूर्ति की अगुवाई में कंपनी के कुछ चर्चित संस्थापकों के साथ बढ़ती कटुता बढऩे के बीच आज अप्रत्याशित रूप से इस्तीफा दे दिया।
वहीं नासकाम के पूर्व चेयरमैन बीवीआर मोहन रेड्डी ने हैदराबद में कहा कि विशाल सिक्का जैसे अच्छे सीईओ का इन्फोसिस के सीईओ के पद से इस्तीफा देना बहुत खेदजनक है और कंपनी छोडऩे के बाद प्रवर्तकों को कोई अधिकार नहीं रह जाता।