Edited By ,Updated: 21 Jan, 2017 12:03 PM
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्र सरकार को 5,000 और 10,000 रुपए के नए नोट जारी करने का सुझाव दिया था। बढ़ती महंगाई के चलते राजन ने 1,000 रुपए के नोट की कीमत कम होने के चलते यह सुझाव दिया था।
नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्र सरकार को 5,000 और 10,000 रुपए के नए नोट जारी करने का सुझाव दिया था। बढ़ती महंगाई के चलते राजन ने 1,000 रुपए के नोट की कीमत कम होने के चलते यह सुझाव दिया था।
आर.बी.आई. की ओर से लोक लेखा समिति को दी गई जानकारी में खुलासा किया गया है कि केंद्रीय बैंक ने अक्तूबर, 2014 में मोदी सरकार को यह सलाह दी थी। इसके करीब 18 महीने बाद केंद्र सरकार ने मई, 2016 में आर.बी.आई. को बताया था कि वह 2,000 रुपए के नए नोट लाने की तैयारी में है। जून में इन नोटों की छपाई के लिए प्रिंटिंग प्रैसों को निर्देश जारी किए गए थे।
आर.बी.आई. की इस जानकारी से पता चलता है कि केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच 8 नवंबर को की गई नोटबंदी से पहले किस स्तर पर और क्या बातचीत चल रही थी। मोदी सरकार ने 8 नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था।
वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा कि सरकार ने इस सिफारिश को खारिज कर दिया था और वह रीप्लेसमेंट करंसी जल्द चाहती थी, इसलिए 2,000 के नोट जारी करने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि नोटबंदी के शुरूआती दिनों में 2,000 रुपए से खरीददारी करने में भी खुल्ले की समस्या सामने आ रही थी। ऐसे में यदि 5,000 या 10,000 रुपए के नोट जारी किए जाते तो यह समस्या और बढ़ सकती थी।