Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 12:41 PM
घी पर जी.एस.टी. लगाए जाने से योगगुरु बाबा रामदेव खफा हैं। बाबा रामदेव का कहना है कि जी.एस.टी. लगने से घी तो महंगा होगा ही
नई दिल्लीः घी पर जी.एस.टी. लगाए जाने से योगगुरु बाबा रामदेव खफा हैं। बाबा रामदेव का कहना है कि जी.एस.टी. लगने से घी तो महंगा होगा ही पर एेसा करने से गोकशी बढ़ेगी। रामदेव के पतंजलि का सबसे टॉप सेलिंग ब्रैंड घी ही है। जी.एस.टी. लगने के बाद घी पर 5 से 12 फीसदी तक लेवी बढ़ जाएगी।
पतंजली के घी का रेवेन्यू 1467 करोड़ रुपए
कंपनी के सीनियर एग्जिक्युटिव के मुताबिक इससे न केवल 1 किलो घी की कीमत 40-50 रुपए तक बढ़ जाएगी बल्कि पतंजलि घी की बिक्री भी 50 फीसदी तक प्रभावित होगी। पतंजली के टोटल रेवेन्यू में अकेले गाय के घी हिस्सेदारी 15 फीसदी (1467 करोड़ रुपए) है। इसके बाद दंतकांति (940 करोड़ रुपए) और केशकांति (825 करोड़ रुपए) की बारी आती है।रिटेल कंसल्टेंशी टेक्नोपैक के फाउंडर अरविंद सिंघल का कहना है कि यह आश्चर्यजनक है कि सरकार ने घी जैसी आवश्यक वस्तु पर टैक्स बढ़ाया है। हालांकि वह भरोसा जताते हैं कि घी उत्पादक या तो बढ़ी हुई कीमतों को बैलेंस कर लेंगे या फिर कुछ हिस्सा उपभोक्ताओं से भी लिया जाएगा।
क्या कहना पतंजली के प्रवक्ता का
पतंजली के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम देश में घी के सबसे बड़े उत्पादक हैं। देशभर के दुग्ध उत्पादक पशुओं में गाय की हिस्सेदारी 25 फीसदी है, बाकी भैंसें हैं। हम लोगों ने काफी कोशिश कर लाखों लोगों को गोपालन के लिए राजी किया है। हम उनसे दूध, दही, घी के अलावा गोमुत्र और गोबर (पंचगव्य) खरीदते हैं। उनके मुताबिक गोपालकों के मुनाफे में कटौती हुई तो उन्हें गाय रखने में दिक्कत होगी। योगगुरु रामदेव ने कहा कि जब लाखों किसानों और गोपालकों की जीविका की बात है तो मुझे लगता है कि सरकार जरूर संज्ञान लेगी। हालांकि कुछ इंडस्ट्री एक्सपर्ट का मानना है कि जी.एस.टी. की वजह से घी की खपत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।