Edited By ,Updated: 13 Jan, 2017 01:43 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के गवर्नर उर्जित पटेल अहमदाबाद में मीडियावालों से बचते हुए नजर आए। जब उन्होंने मीडिया वालों को देखा तो वे दौड़ने लगे और उनके पहुंचने से अपनी कार में बैठकर निकल गए।
गांधीनगर: भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के गवर्नर उर्जित पटेल अहमदाबाद में मीडियावालों से बचते हुए नजर आए। जब उन्होंने मीडिया वालों को देखा तो वे दौड़ने लगे और उनके पहुंचने से अपनी कार में बैठकर निकल गए। उर्जित पटेल 11 जनवरी को पटेल वाइब्रेंट गुजरात के 8वें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गांधी नगर स्थित महात्मा मंदिर गए थे।
कार्यक्रम खत्म होने के बाद जैसे ही वे बाहर निकले तो मीडिया का एक बड़ा समूह उनकी ओर लपका। जैसे ही आर.बी.आई. गवर्नर ने मीडिया को अपनी ओर बढ़ते देखा तो वे तेजी से सीढ़ियों से उतरे और कार में बैठ कर निकल गए। दरअसल उर्जित पटेल मीडिया के सामने आने से बचते हैं। नोटबंदी के बाद से वे लगातार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहे हैं।
पटेल ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) से जुड़े विवादों तथा अन्य मुददों के समाधान के लिए एकीकत नियामक और वैश्विक स्तर का कानूनी मसौदा तैयार करने पर आज जोर दिया। वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में पटेल ने कहा कि देश में वित्तीय अनुबंधों को नियंत्रित करने वाले मौजूदा कानून पर गौर करने के लिए एक उच्च स्तरीय कार्यकारी समूह स्थापित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, समीक्षा के आधार पर वित्तीय अनुबंधों के लिए एक वैश्विक स्तर का कानूनी मसौदा गिफ्ट सिटी में लाया जा सकता है। इसके लिए या तो वित्तीय अनुबंधों को संचालित करने वाले मौजूदा कानून में संशोधन किया जा सकता है या नया कानून बनाया जा सकता है।
गिफ्ट (गुजरात इटरनैशनल फाइनेंस टेक-सिटी) का गठन राज्य सरकार ने देश के पहले आईएफएससी के रूप में किया गया। यह दुनिया की कंपनियों के लिए वैश्विक स्तर का बुनियादी ढांचा, कनैक्टिविटी तथा प्रौद्योगिकी को एकल मंच पर लाता है। गिफ्ट सिटी में आईएफएससी संभवत: इस प्रकार का पहला केंद्र है जिसे 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद शुरू किया गया।